संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हो रहा है. माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इस सत्र में यूनिफॉर्म सिविल कोड का बिल ला सकती है.इन दिनों यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चाएं भी चारो ओर है.लॉ कमीशन ने लोगों से इस मुद्दे पर सुझाव मांगा है वहीं सरकार ने इस मुद्दे पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से भी ड्रॉफ्ट मंगवाया है. बीजेपी यूसीसी को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में है. लेकिन इन सभी चीजों के बीच एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या बीजेपी संसद के दोनों सदनों से इस बिल को पास कर पाएगी ? चलिए जानते हैं.
लोकसभा में आसानी से होगा पास
केंद्र सरकार का यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल लोकसभा से बिना किसी परेशानी के पास हो जाएगा. बीजेपी के पास लोकसभा में 300 से अधिक सीटे है. एनडीए के सहयोगी दलों को गिन लें तो यह नंबर 350 तक चला जाएगा. लोकसभा में बीजेपी को बिल पास करवाने में किसी तरह की अचड़न नहीं होगी. असली परीक्षा बीजेपी की संसद के उच्च सदन राज्यसभा में होने वाली है.
राज्यसभा में होगी चुनौती
लोकसभा का नंबर गेम तो सरकार में पक्ष में है, लेकिन सरकार की असली परीक्षा राज्यसभा में होने वाली है. राज्यसभा में कुल सीटे 245 है, जिनमें 8 सीटे अभी रिक्त है. ऐसे में 237 सांसदो की संख्या वाली राज्यसभा में सरकार को बिल पास करने के लिए 119 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है. बीजेपी के पास इस समय 91 सदस्य है, वहीं अगर सहयोगियों को भी जोड़ दें तो पार्टी के पास कुल आंकड़ा 108 सदस्यों का बनता है. ऐसे में संसद के उच्च सदन से बिल पास करवाने के लिए बीजेपी को 11 सांसदों की जरूरत है.बिल पास करवाने के लिए इन 11 सांसदों का संख्याबल लाना बीजेपी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता हैं.
आम आदमी पार्टी ने दिया है समर्थन
बीजेपी को बिल पास करवाने के लिए 11 सांसदों की जरूरत है. ये 11 सांसदों की पूर्ति आम आदमी पार्टी कर सकती है. आम आदमी के पास इस समय राज्यसभा में 10 सांसद है . पार्टी यूसीसी के समर्थन का ऐलान भी कर चुकी है. इसके अलावा उध्दव गुट की शिवसेना भी केंद्र सरकार के यूसीसी बिल का समर्थन कर रही है. ऐसे में अगर इन पार्टियों का साथ बीजेपी को मिल जाता है तो बिल संसद के उच्च संसद से आसानी से पास हो जाएगा.
BJD-YSRCP का रोल अहम
लोकसभा चुनावों को देखते हुए विपक्षी दल एकता का संदेश दे रहे है. ऐसे में अगर आम आदमी पार्टी यूसीसी का समर्थन नहीं करती है, तो ऐसी स्थिति में बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस का रोल अहम हो जाता है. बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस के पास इस समय राज्यसभा में नौ नौ सांसद है. अगर ये पार्टियां राज्यसभा में बिल को लेकर बीजेपी का समर्थन करती है तो यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल से राज्यसभा से पास हो जाएगा.