भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष फिलहाल समाप्त हो गया है। इस लखनऊ देश की सैन्य ताकत का गवाह बनने जा रहा रहा है। लखनऊ में तैयार की जा रहीं अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्य मु मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह मिसाइल जल, थल और नभ तीनों माध्यमों से वार करने में पूरी तरह सक्षम है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 450 से 500 किलोमीटर तक है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई तो वहीं सीएम योगी ने मिसाइल के साथ अपनी फोटो भी खिंचवाई। इस दौरान सीएम योगी ने आतंकवाद पर हमला बोला तो वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दुश्मन देश को खरी खरी सुनाई। क्या है लखनऊ में तैयार ब्रम्होस यूनिट की खासियत है आईये जानते हैं।
- लखनऊ से Pakistan पर निशाना!
- पाकिस्तान की और बढ़ेगी टेंशन
- लखनऊ में बनेगी बड़ी बड़ी तोप
- बनेगी PAK को नाप देने वाली ब्रह्मोस मिसाइल
- लखनऊ यूनिट का उद्घाटन
- CM योगी ने किया उद्घाटन
- वर्चुअली जुड़ेे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
- मेक इन इंडिया को बढ़ावा
- ब्रह्मोस बनेगी भारतीय वायु सेना की ताकत
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच लखनऊ देश की सैन्य ताकत का गवाह बनने जा रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का उद्घाटन कर दिया गया है। राजधानी लखनऊ का ब्रह्मोस सेंटर देश की तीनों सेनाओं थलसेना, नौसेना और वायुसेना की मारक क्षमता को अभूतपूर्व मजबूती देगा। रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो इस केंद्र में प्रतिदिन करीब 100 ब्रह्मोस एनजी मिसाइलें तैयार की जाएंगी। इन मिसाइलों का उपयोग हर तीसरे दिन एक बार थलसेना, नौसेना या वायुसेना के बेड़े में किया जाएगा। जिससे देश की सामरिक ताकत में निरंतर वृद्धिइ होगी। इससे दूसरे देशों की ओर से युद्ध जैसे हालात में देखने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
भारत की सबसे तेज और विध्वंसक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ अब न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होने जा रही है। ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण संयंत्र का रविवार को उद्घाटन कर दिया गया है। इसके माध्यम से भारत अपनी सैन्य शक्ति को और सशक्त करने जा रहा है। UPEIDA के एसीईओ हरि प्रताप शाही की माने तो इस संयंत्र का निर्माण लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। यूपी की राजधानी लखनऊ में 80 हेक्टेयर भूमि, जिसे प्रदेश की योगी सरकार ने मुफ्त में प्रदान की। इस परियोजना का काम साढ़े तीन साल में रिकॉर्ड समय में पूरा कर लिया गया है। यह उत्तरप्रदेश का पहला हाईटेक रक्षा निर्माण केंद्र है।
- लखनऊ में ब्रह्मोस यूनिट की शुरुआत
- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हुए वर्चुअली शामिल
- ‘इस मिसाइल की धमक रावलपिंडी तक सुनाई दी’
- ‘ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक पीड़ितों को दिलाया इंसाफ’
- एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है ब्रह्मोस
- पनडुब्बी,शिप, एयरक्राफ्ट या जमीन…
- …कहीं से भी छोड़ा जा सकता है
- ब्रह्मोस रूस की P-800 ओकिंस क्रूज…
- …मिसाइल टेक्नोलॉजी पर आधारित है
- मिसाइल को भारतीय सेना के तीनों अंगों…
- …आर्मी,नेवी,एयरफोर्स को सौंपा जा चुका है
- ब्रह्मोस मिसाइल के मौजूद हें कई वर्जन
- ब्रह्मोस के लैंड-लॉन्च, शिप-लॉन्च..
- ….सबमरीन-लॉन्च एयर-लॉन्च वर्जन की हो चुकी है टेस्टिंग
- जमीन या समुद्र से दागे जाने पर…
- …ब्रह्मोस 290 किमी की रेंज में मैक 2 स्पीड
- …से अपने टारगेट को कर सकती है नेस्तनाबूद
इस रखा संयंत्र में ब्रह्मोस के साथ ही दूसरे रक्षा उपकरणों और एयरोस्पेस तकनीक से संबंधित उपकरणों का भी निर्माण किया जा सकेगा। इससे लगभग 500 इंजीनिस और तकनीकी कर्मचारियों को जहां प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा वहीं हजारों श्रमिकों को परोक्ष रूप से काम करेंगे। ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण यहां पर BrahMos Aerospace की ओर से किया जा रहा है जो भारत सरकार के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन DRDO और रूस की सरकारी संस्था NPO Mashinostroeninya के बीच एक साझा उद्यम है। इसमें भारत की हिस्सेदारी करीब 50.5 प्रतिशत है तो रूस की 49.5 प्रतिशत है। यह भारत का पहला रक्षा संयुक्त उद्यम है, जिसकी स्थापना किसी विदेशी सरकार के साथ मिलकर की गई है। इस परियोजना से ‘मेक इन इंडिया’ को भी और अधिक बल मिलेगा।
इस मौके पर उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पाक को लताड़ लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल के पराक्रम की एक झलक सभी ने देखी ही होगी। अगर नहीं देखी है तो पाकिस्तान के लोगों से ब्रह्मोस मिसाइल की शक्ति उसके पावर के बारे में पूछिए। उन्होंने कहा आतंकवाद कुत्ते की पूंछ की तरह है। यह कभी सीधी नहीं होने वाली। न ही प्यार की भाषा समझने वाली है।
सीएम योगी ने कहा आतंकवाद को पूरी तरह कुचलेंगे तभी सीमा पार से आने वाली समस्या का समाधान होगा। सीएम ने कहा आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी ने ऐलान किया है कि अब से कोई भी आतंकवादी घटना अब भारत के खिलाफ युद्ध जैसी मानी जाएगी।
वहीं देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का वर्चुअली इनॉगरेशन करते हुए पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पराक्रम दिखा दिया है। आतंकवाद और आतंकियों के लिए अब सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी। भारत ने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही कार्रवाई नहीं की है बल्कि भारत की सेनाओं की धमक अब रावलपिंडी तक सुनी गई है। जहां पाकिस्तान की फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है। रक्षा मंत्री ने कहा भारतीय सेना ने कभी पाक के आमनागरिकों को निशाना नहीं बनाया। जबकि पाकिस्तान की ओर से भारत के नागरिक इलाकों ही नहीं मंदिर , गुरुद्वारों और चर्च पर घातक हमले का प्रयास किया। ऐसे में भारतीय सेना ने शौर्य और संयम के साथ उत्तर दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने दुनिया को यह भी दिखा दिया है कि वह आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध होने के साथ ही इसकी इच्छाशक्ति भी रखता है। पठानकोट, उरी, पुलवामा के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर जैसे सैन्य अभियानों से यह प्रमाणित हो गया है कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
बता दें ऑपरेशन सिंदूर के बीच भारत की सेना ने शौर्य और पराक्रम दिखाते हुए पाकिस्तान को घुटने टेकने पर विवश कर दिया है। पाकिस्तान एक ऐसा पड़ोसी देश है जिसने अस्तित्व में आने के बाद से ही भारत से दुश्मनी शुरु कर दी थी। आतंकवादियों की पनाहगाह पाकिस्तान बना हुआ है। आज भी यह देश कंगाली के दौर से गुजार रहा है लेकिन आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाह देना, उनकी परवरिश करना पाकिस्तान का पुराना शगल रहा है। ऐसे में भारत अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है। जिससे भविष्य में भी कभी पाकिस्तान या कोई दूसरा मुल्क आंख दिखाता है तो उसे उसकी करतूत का मुंहातोड़ जवाब दिखा जा सके। ब्राम्होस मिसाइल का निर्माण इसी उद्देश्य से किया जा रहा है।.. प्रकाश कुमार पांडेय