फ्लोर टेस्ट से पहले पिक्चर में आई सीबीआई!
आरजेडी के सांसद के घर सीबीआई की छापेमारी
एमएलसी के ठीकानों पर भी पहुंची सीबीआई
लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई सक्रिय
बिहार में सियासी घटनाक्रम के बीच नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का फ्लोर टेस्ट होता इससे पहले बड़ी खबर आ गई। खबर ये है कि आरजेडी के कई नेताओं के ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने छापेमार कार्रवाई की है। सीबीआई ने आरजेडी सांसद अशफाक करीम के साथ फैयाज अहमदए और एमएलसी सुनील सिंह ही नहीं पूर्व एमएलसी सुबोध राय के ठीकानों पर भी छापेमार कार्रवाई की है।
सबसे पहले अशफाक करीम के घर पहुची टीम
बुधवार सुबह सीबीआई की टीम सबसे पहले पटना स्थित अशफाक करीम और सुनील सिंह के घर पहुंची। जहां छापेमारी के दौरान दस्तावेजों की जांच की गई। इसके अलावा फैयाद अहमद और सुबोध राय के आवास पर भी छापा माने जाने की सूचना मिली है। बता जाता है कि ये पूरी कार्रवाई सीबीआई ने कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में को लेकर की है। यानी छापेमारी एक पुराने घोटाले से जुड़ी है। जिसकी जद में आए सुनील सिंह और सुबोध राय दोनों आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी हैं। मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की टीम बुधवार सुबह करीब 8 बजे सबसे पहले पटना स्थित सुनील सिंह के आवास पर रेड मारने पहुंची। हंगामे की आशंका के चलते सीबीआई अधिकारियों के साथ सुरक्षाबल भी मौजूद रहे। इसके बाद सीबीआई की एक टीम ने आरजेडी सांसद अशफाक करीम के घर दस्तक दी। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। आरजेडी सांसद फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर भी सीबीआई की टीम के पहुंचने की सूचना है।
नौकरी के बदले हासिल की जमीन
बता दें सीबीआई ने तत्कालीन रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के साथ दो बेटियों, नौकरशाह और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ प्रकरण पंजीकृत किया था। लालू यादव के साथ ही इन सभी पर आरोप है कि लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी पोस्ट पर लोगों को नौकरी दी दी गई। इसके बदले लालू परिवार के लोगों के नाम पर जमीनें कराई कईं। जिसकी जांच में कई खुलासो हुए है। सामने आया कि रेलवे की ओर से उन पदों पर भर्ती के लिए कभी नोटिफिकेशन नहीं निकाला। वहीं लालू परिवार के लोगों ने इस कथित घोटाले में रिश्वत के तौर पर एक लाख वर्ग फीट से ज्यादा जमीन अपने नाम कराई।। इससे पहले सीबीआई ने लालू परिवार के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। वहीं पिछले महीने लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को इस मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था।