पॉस्को एक्ट का सामना कर रहे भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। 5 जून को अयोध्या में होने वाली उनकी रैली भी रद्द कर दी गई। इसकी जानकारी खुद बृजभूषण शरण सिंह ने सोशल मीडिया पर दी है। यौन शोषण के आरोपी सांसद के खिलाफ कई दिनों पहलवान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इनके समर्थन में किसान, खाप पंचायतें और कई राजनैतिक दल भी उतरे हैं। आशंका है कि इन्ही विवादों के बीच रैली को रद्द किया गया है।
फेसबुक पर बताई पूरी कहानी
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपनी फेसबुक बॉल पर लिखा है कि हमने न्यायालय का सम्मान करते हुए अपनी रैली को रद्द कर दिया है। उनकी ये रैली 5 जून 2023 को अयोध्या में होने वाली थी। हालांकि प्रशासन की ओर से इसे मंजूरी नहीं मिली थी। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सभी समुदायों और धर्म के लोगों के एकजुट करने की कोशिश की, इसलिए अब उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपों की जांच कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी गंभीर निर्देश दिए हैं जिनका सम्मान करते हुए वह जन चेतना रैली रद्द कर रहे हैं।
भाजपा हाईकमान के निर्देश पर रैली रद्द हुई
मीडिया रिपोर्ट की माने तो भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने यह रैली खुद की मर्जी से रद्द नहीं की है। बल्कि भाजपा हाई कमान के निर्देश पर बृजभूषण शरण सिंह को अपनी रैली रद्द करना पड़ी है। आपको बता दे कि इस रैली को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी और जन चेतना महारैली में करीब 11 लाख लोगों के शामिल होने के दावे किए गए थे। अयोध्या के रामकथा पार्क में आयोजित के संबंध में सूत्रों का दावा है कि भाजपा आलाकमान के निर्देश पर रैली को रद्द किया है। दरअसल पहलवानों के मामले में केंद्रीय नेतृत्व ने बृजभूषण को अनावश्यक बयानबाजी से बचने की हिदायत दी है। इसी के मद्देनजर 5 जून की रैली को करने से मना किया गया। इसके बाद बृजभूषण ने आलाकमान के निर्देश पर रैली रद्द करदी।