भाजपा बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जेडीयू और आरजेडी गठबंधन को चुनौती देने के लिए 24 और 29 जून को दो रैलियां करेगी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 24 जून को झंझारपुर में तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 जून को मुंगेर में रैली करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक कर लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को हराने के लिए एकजुटता पर जोर देंगे तो वहीं इसके अगले ही दिन से भाजपा बिहार में अपने प्रचार को गति देते हुए विपक्ष पर निशाना साधेगी।
दोनों रैलियों को ऐतिहासिक बनाना है
भाजपा दोनों रैलियों में भारी भीड़ जुटाने की कोशिश करेगी ताकि नीतीश कुमार के अलग होकर आरजेडी के साथ जाने के बाद भी प्रदेश में अपनी ताकत का एहसास करा सके। दिल्ली में भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा संगठन को साफ बता दिया है कि दोनों रैलियों को ऐतिहासिक बनाना है। बिहार में जेडीयू और आरजेडी की संयुक्त ताकत का मुकाबला करने के लिए भाजपा कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है।लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की 40 सीटों पर कड़ा मुकाबला होने वाला है इस बात से भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां तथा जेडीयू-आरजेडी गठबंधन के साथ ही कांग्रेस भी भली भांति परिचित है।
अभियान चला रही है भाजपा
दिल्ली में बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में विचार मंथन हुआ कि बिहार में भाजपा द्वारा चलाए जा रहे मोदी सरकार के 9 साल बेमिसाल कार्यक्रम को और किस तरह से सफल बनाया जा सके। भाजपा 9 साल की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने के लिए 30 मई से 30 जून तक जनसंपर्क अभियान चला रही हैं। इसमें नेता से लेकर कार्यकर्ता सभी जिलों में जाकर कार्यक्रम कर रहे हैं। बैठक में जितिन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी के बिहार सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद प्रदेश में राजनीतिक समीकरण पर भी चर्चा हुई।