भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए 195 प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें मध्य प्रदेश की 29 में से 24 सीट पर भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है। इन 24 सीटों में से 11 पर नए चेहरे मैदान में उतरे गए हैं। जिनमें सबसे पहला नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया का है। सिंधिया को बीजेपी गुना शिवपुरी सीट से मैदान में उतार रही है। 2019 के चुनाव में उन्हें बीजेपी के तत्कालीन प्रत्याशी केपी यादव से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि पांच सीट अभी होल्ड पर हैं, यहां प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है। छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन, धार, बालाघाट उम्मीदवार होल्ड पर हैं।
- बीजेपी की पहली सूची में 195 नाम शामिल
- मध्यप्रदेश की 29 में 24 सीट पर प्रत्याशी तय
- एमपी की पांच सीटों को बीजेपी ने होल्ड पर रखा
- होल्ड पर छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन, धार, बालाघाट
- बीजेपी ने 24 में 11 नए चेहरों को दिया मौका
- सिंधिया पहली बार बीजेपी के टिकट पर लड़ेंगे चुनाव
- विदिशा के रास्ते राष्ट्रीय राजनीति में लौटेंगे शिवराज
ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार BJP से लड़ेंगे चुनाव
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम बीजेपी ने गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी के तौर पर घोषित किया है। बीजेपी ने अपने मौजदा सांसद केपी यादव का नाम काटते हुए उनकी जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट थमाया है। गौर करने वाली बात यह है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया पहली बार किसी चुनाव में प्रत्याशी के रुप में मैदान में नजर आएंगे। इससे पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में वे इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में मैदान में थे, जिन्हें बीजेपी केपी यादव से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि पांच साल बाद वे इसी सीट से अब बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में होंगे।
विदिशा के रास्ते राष्ट्रीय राजनीति में लौटेंगे शिवराज
बीजेपी ने एमपी के पूर्व सीएम शिवराज को विदिशा सीट से मैदान में उतारा है। 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले शिवराज 1991 से 2004 के बीच पांच बार इस सीट से जीत दर्ज की थी। अब 19 साल बाद एक बार फिर शिवराज विदिशा के रास्ते राष्ट्रीय राजनीति में लौटेंगे। बीजेपी ने इस सीट से मौजूदा सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काट कर शिवराज को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि मध्य प्रदेश की विदिशा लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा सीट शामिल हैं। जिसमें शिवराज के गृह क्षेत्र बुधनी विधानसभा सीट भी शामिल है। वहीं टिकट मिलने पर शिवराज की आंखों में इसकी खुशी भी दिखाई दी। उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी को लेकर कहा है वे युगपुरुष और युगदृष्टा हैं। पीएम ने भारत का अभूतपूर्व विकास किया और जनकल्याण का इतिहास रचा। अब विकसित भारत का संकल्प भी नरेन्द्र मोदी के ही नेतृत्व में पूरा होगा। दरअसल लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा के बाद शिवराज सिंह चौहान जब अपने घर आए तो पत्नी साधना सिंह ने तिलक लगाकर और दीप की थाली से उनका स्वागत किया।
भोपाल से उम्मीदवार आलोक शर्मा
भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव हारे पूर्व महापौर आलोक शर्मा को बीजेपी ने भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। बता दें 2023 के विधानसभा चुनाव में अलोक शर्मा को पार्टी ने भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। हालांकि शर्मा को हार का सामना करना पड़ा था। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले उनका एक बयान काफी सुर्खियों में रहा था। जिसमें शर्मा ने रतलाम स्थित जावरा में कहा कि वे मुस्लिम भाइयों से कहना चाहते हैं वो वोट तो नहीं देते हैं तो मत देना मियां, पर दिल से यह स्वीकार करो कि जिस मकान में रह रहे हो वह मकान तुम्हें प्रधानमंत्री की योजना में ही मिला है। शर्मा ने कहा था कि मियां भाई बीजेपी को वोट मत देना लेकिन मतदान करने भी मत जाना।
झाबुआ-रतलाम से उम्मीदवार हैं अनिता चौहान
झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट से बीजेपी ने अनिता चौहान को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। अनिता चौहान दरअसल वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी हैं। झाबुआ रतलाम सीट पर पार्टी ने अनिता को मैदान में उतारा है, इससे पहले विधानसभा चुनाव में उनके पति नागर सिंह कोटिकट दिया था और सरकार बनने पर मंत्री बनाया। अब लोकसभा चुनाव में मंत्री की पत्नी को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है।
नर्मदापुरम-होशंगाबाद से उम्मीदवार दर्शन सिंह चौधरी
लोकसभा की 195 सीटों पर जारी प्रत्याशियों की पहली सूची में बीजेपी ने नर्मदापुरम होशंगाबाद से दर्शन सिंह चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। दर्शन सिंह चौधरी के पास अभी पार्टी में प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष की जिम्मेदारी है। नर्मदापुरम सीट से 2019 में सांसद चुने गए राव उदय प्रताप सिंह को बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में उतारा था। उदय प्रताप अभी प्रदेश की मोहन सरकार में परिवहन और स्कूल शिक्षा मंत्री का दायित्व संभाल रहे हैं। 48 साल के दर्शन सिंह चौधरी नर्मदापुरम जिले में आने वाले बनखेड़ी गांव स्थित चांदौन के रहने वाले हैं। दर्शन की प्रदेश के किसानों के बीच अच्छी पकड़ है।
दमोह से राहुल सिंह लोधी उम्मीदवार
दमोह संसदीय क्षेत्र से बीजेपी ने इस बार पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री राहुल सिंह लोधी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। राहुल सिंह के बारे कहा जाता है कि उन्होंने जिला पंचायत सदस्य से अपनी राजनीति यात्रा की शुरुआत की थी। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में राहुल ने दमोह सीट से मैदान में उतरे थे। सियासी जानकार कहते हैं कि उमा भारती ने अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए भतीजे राहुल को 2018 के चुनाव में उतारा था। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक माह खरगापुर विधानसभा में गुजारा और राहुल के लिए मेहनत की। तब राहुल लोधी चुनाव जीत सके थे। राहुल सिंह 2018 में पहली बार विधायक चुने गए थे। जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें शिवराज सरकार में मंत्री बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
सिंधिया समर्थक भारत सिंह कुशवाहा को ग्वालियर से टिकट
ग्वालियर संसदीय सीट से बीजेपी ने सिंधिया समर्थक भारत सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कुशवाह ने टिकट मिलने ट्वीट करते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार प्रकट किया है।
शिवमंगल तोमर को मुरैना से बनाया उम्मीदवार
मुरैना से बीजेपी ने नए चेहरे के रुप में शिवमंगल सिंह तोमर को चुनावी मैदान में उतारा है। वे 2013 में दिमनी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। बता दें मुरैना से पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर 2019 में सांसद चुने गए थे। तीन महीने पहले 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने नरेन्द्र सिंह तोमर को दिमनी से टिकट दिया था। जीतने के बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।
सागर सीट से लता वानखेड़े बनीं उम्मीदवार
बुंदेलखंड अंचल की प्रमुख लोकसभा सीट में शामिल सागर क्षेत्र से बीजेपी ने लता वानखेडे को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। पार्टी ने सागर लोकसभा सीट से कुर्मी ओबीसी वर्ग की लता वानखेड़े को अपना उम्मीदवार बनाकर महिलाओं को आगे करने की अपनी नीति जाहिर की है। माना जा रहा है कि पिछले 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने सागर की आठों विधानसभा सीट में से किसी पर भी महिला उम्मीदवार को नहीं उतारा था। लिहाजा लोकसभा चुनाव में इसकी भरपाई करते हुए सांसद पद के लिए महिला प्रत्याशी को मैदान में उतार दिया है।
जबलपुर से उम्मीदवार बनाए गए आशीष दुबे
महाकौशल अंचल की प्रमुख लोकसभा सीट जबलपुर से बीजेपी ने नया चेहरा आशीष दुबे को पहली बार लोकसभा चुनाव का टिकट थमाया है। आशीष दुबे का यह चुनाव उनके राजनीतिक जीवन का पहला चुनाव होगा। वे पहली बार कोई चुनाव लड़ने जा रहे हैं। दरअसल साल 1996 से जबलपुर लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी का ही कब्जा है। इस सीट से पिछले चार लोकसभा चुनाव में राकेश सिंह पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतते आ रहे थे। लेकिन 2023 के विधानसभा के चुनाव में राकेश सिंह विधायक चुने गए और डॉ. मोहन यादव सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया।
सीधी से राजेश मिश्रा को बनाया उम्मीदवार
बीजेपी ने मध्यप्रदेश की सीधी लोकसभा सीट से इस बार राजेश मिश्रा को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान मध्यप्रदेश में बीजेपी उम्मीदवारों की दूसरी सूची से राजेश मिश्रा का नाम गायब था। जबकि वे सीधी विधानसभा सीट से पार्टी का टिकट मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। पार्टी ने उनकी मंशा पर पानी फेरते हुए सीधी से रीति पाठक को उम्मीदवार बनाया था। अब राजेश मिश्रा को इसका लाभ मिला और पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दे दिया। बताया जाता है कि सीधी से बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी राजेश मिश्रा 1979 में छात्रसंघ अध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। इसके साथ ही साल 2014 में सीधी लोकसभा क्षेत्र में पार्टी प्रभारी का भी दायित्व का निर्वाहन किया था।