BJP Meeting:जाने पी एम मोदी ने क्यों याद किया मध्यप्रदेश के 1998 के विधानसभा चुनावों को

PM Modi की अतिआत्मविश्वास पर नसीहत

बीजेपी की दो दिन की बैठक मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों को याद किया। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के 1998 के विधानसभा चुनावो को याद करते हुए कहा कि अति आत्मविश्वास भी ठीक नहीं।

अतिआत्मविश्वास के साथ क्यों जोड़े 1998 के चुनाव

प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि अतिआत्मविश्वास ठीक नहीं है। अतिआत्मविश्वास का नुकसान कैसे होता है इसका उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के 1998 के चुनाव में ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस हार रही है। जनता बीजेपी के साथ दिखाई दे रही है। खुद कांग्रेस भी ये हालात महसूस कर रही थी। बीजेपी लगभग ये मान चुकी थी वो सरकार बना रही है। लेकिन जब नतीजे आए तो कांग्रेस ने बाजी मार ली। कांग्रेस हारी हुई सरकार जीत गई।

मध्यप्रदेश के प्रभारी थे प्रधानमंत्री मोदी

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय मध्यप्रदेश के प्रभारी थे और उन्होंने बड़े स्तर पर प्रचार अभियान चलाया था। इसके बाद भी जब 320 सीटों के सीटों में से बीजेपी को 119 सीटें हासिल ही और कांग्रेस को 172 कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई जो पूरे पांच साल चली।

विपक्ष को कमजोर न समझें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय मध्यप्रदेश के प्रभारी थे। उस समय बीजेपी सरकार बना लेने के पूरे विश्वास में थी । इस बात को याद दिलाकर प्रधानमंत्री कार्यकर्ताओं और नेताओं को 2024 के आम चुनावों के लिए आगाह करना चाहते थे कि विपक्ष को कमजोर न समझें।

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मध्यप्रदेश में फिर 2003 में विधानसभा चुनवा हुए। तब तक छत्तसीगढ़ राज्य अलग हो चुका था और मध्यप्रदेश में 230 सीटों पर चुनाव हुए। बीजेपी को 172 सीटें मिली। बीजेपी ने बम्पर जीत के साथ सरकार बनाई । उसके बाद कांगर्से को 2018 में मौका मिला लेकिन वो सरकार भी 15 महीने में गिर गई।

 

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