उत्तरप्रदेश के सीतापुर में बीजेपी के एक नेता का वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें ये नेताजी अस्पताल के गेट के सामने से गाड़ी हटाने का कहने पर भड़क गए। दरअसल सत्ता के मद में कुछ नेता इतने चूर हो जाते हैं कि वे रौब दिखाने से बाज नहीं आते। इसके लिए भले ही किसी की जान चली जाए। लेकिन वे अपना जलवा दिखाने में कभी पीछे नहीं रहते।
- यूपी में योगी के राज में गुंडई पर उतरे बीजेपी के नेता
- सीतापुर अस्पताल के सामने खड़ी की बीजेपी नेता ने गाड़ी
- गेट से गाड़ी हटाने को लेकर हुआ विवाद
- विवाद में बीजेपी नेता ने दी धमकी
- पुलिस वाले भी देखते हुए नेताजी का मुंह
- नेताजी के रसूख के आगे खामोश रही खाकीवर्दी
दरअसल उत्तर प्रदेश के सीतापुर में तीन दिन पहले बीजेपी के एक ऐसे ही करतूत का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें भाजपा के एक नेता को उनकी गाड़ी अस्पताल के गेट के आगे से हटाने को कहा गया तो वे भड़क गए। कार खड़ी होने के चलते गेट से आधे घंटे तक एंबुलेंस आगे नहीं बढ़ सकी। जिसके चलते मरीज की एंबुलेंस में ही तड़पते हुए मौत हो गई। काफी देर बाद जब कार मालिक बीजेपी नेता का भाई अपनी कार को लेने आया तो एंबुलेंस चालक और मृतक के परिवार ने मामले में विरोध जताया। इस पर नेता की दबंगई सामने आई। इंसानियत को शर्मसार करते हुए बीजेपी नेता के भाई ने खुद को सीतापुर के मिश्रिख क्षेत्र से ब्लाक प्रमुख रामकिंकर पांडे का भाई बताते हुए जमकर हंगामा किया। जिस समय नेताजी गाली गलौज कर रहे थे। उस समय मौके पर पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई की नेताजी से कोई कुछ कह दे।
अस्पताल के सामने खड़ी थी नेताजी की कार
बता दें सीतापुर जिला अस्पताल में यह हंगामा 1 अप्रैल के दिन हुआ। बीजेपी नेता उमेश मिश्रा अस्पताल के गेट के सामने ही अपनी कार पार्क करके कहीं चले गए। दूसरी तरफ अस्पताल में एडवोकेट सुरेश चन्द्र राठौर हार्ट अटैक के चलते भर्ती थे। इलाज के दौरान उनकी हालत खराब हुई तो अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया। समय काफी कम था। इसलिए वकील के परिजनों ने उन्हें गाड़ी में लेटाया और अस्पताल से निकलने लगे। जब वे अस्पताल के गेट के सामने बीजेपी नेता उमेश मिश्रा की कार खड़ी थी, जब गाड़ी हटाने को कहा तो वे भड़क उठे।
मामले में पुलिस कुछ भी बोलने से कर रही मना
बीमार वकील के परिजनों ने उमेश मिश्रा को गाड़ी गेट से हटाने की गुहार लगाई। तो वे परिवार के सदस्यों से लड़ने लगे। जमकर गाली गलौच की। वकील के साले जय किशन राठौर को बीजेपी नेता ने यह तक कह दिया कि बीजेपी का नेता हूं। जिंदगी बर्बाद कर दूंगा। साथ ही परिवार को जान से मार डालने की भी धमकी दे दी। बीजेपी नेता ने आगे कहा कि तुम्हारे ऊपर झूठा मामला दर्ज करवा दूंगा। उनका भाई मिश्रिख ब्लॉक प्रमुख रामकिंकर पांडेयभाई है। तुम लोगों को सीतापुर में रहने नहीं दूंगा। इस पूरे हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो गया। पुलिस ने बीजेपी नेता उमेश मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस फिलहाल मामले में कुछ भी बोलने से मना कर रही है। तो वहीं, मिश्रिख से ब्लॉक प्रमुख रामकिंकर पांडेय का कहना है कि वे उमेश मिश्रा नाम के किसी भी व्यक्ति को नहीं जानते है।