यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना हैं। जिसके पहले ही सपा-कांग्रेस गठबंधन
के समीकरण गड़बड़ाते नजर आ रहे हैं। यह वही गठबंधन है, जिसने उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर दी थी लेकिन आगामी विधानसभा उपचुनाव में उनके गठबंधन पर खतरा नज़र आ रहा है। क्यों नजर आ रहा है खतरा इसकी तहकीकात करते है।
सब ठीक-ठाक नहीं है, कुछ गड़बड़ है…!
यूपी में गड़बड़ाता गठबंधन का गणित!
उप चुनाव में सपा-कांग्रेस के नहीं मिले दिल!
लोकसभा चुनाव में दी थी बीजेपी को टक्कर
बिगड़ते गणित का किसको फायदा!
बीजेपी उठा सकती है कितना लाभ?
इंडिया गठबंधन यूपी विधानसभा उपचुनाव में बिखरता दिख रहा है। राजनीतिक गलियारे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी सपा और कांग्रेस का साथ बरकरार रहेगा। संकेतों से सवाल उठना लाजमी भी है। क्या है संकेत बताएंगे और क्या हो सकता है दोनो पार्टियों को नुकसान, इसे लेकर भी जानकारी सामने लेकर आए हैं।
दरअसल कांग्रेस ने एक लिस्ट जारी की है। जिससे तो दोनों पार्टियों के बीच बात बिगड़ने का संकेत मिलता दिख रहा है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर लिस्ट जारी की है। कांग्रेस की इस लिस्ट में रैली और मीडिया इंचार्ज का ऐलान किया है। जो यूपी के 10 विधानसभाओं सीटों के लिए है। जहां उप चुनाव होने वाले है। ऐसे में संकेत साफ है, उप चुनाव में गठबंधन का गणित गड़बड़ा गया है। अब सवाल यह है कि यह गणित क्यों गड़बड़ाया।
दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद अन्य राज्यों में दोनों पार्टियों के बीच कोई बात बनती नहीं दिख रही है। हरियाणा में कांग्रेस ने सपा को एक भी सीट नहीं दी। इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर में भी सपा और कांग्रेस के बीच बात नहीं बनी। इसके बाद सपा ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए। महाराष्ट्र में भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर चुनाव से पहले ही संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। इन दोनों दलों के बीच अब तक चुनाव को लेकर कोई बातचीत नहीं बनी है। जबकि अक्टूबर में चुनाव की तरीखों का एलान किया जा सकता है। ऐसे में अलग अलग राज्यों में समाजवादी पार्टी को मिले झटकों के बाद अब माना जा रहा है कि अखिलेश अपने गृहराज्य उत्तरप्रदेश में विधानसभा की 10 सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस को झटका दे सकते हैं। कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना लिया।
गठबंधन में गड़बड़ी!
हरियाणा में सपा को नहीं मिली कोई सीट
जम्मू-कश्मीर में भी सपा कांग्रेस की नही बनी बात!
सपा ने उतारे अपने कई उम्मीदवार
महाराष्ट्र में भी सपा—कांग्रेस गठबंधन पर संकट के बादल
सपा चाहती है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
जीतनी होगी दूसरे कई राज्यों में विधानसभा सीट
दोनों पार्टियों के बीच गड़बड़ हो रहे गणित की झलक कांग्रेस द्वारा जारी दो पत्रों से देखी जा सकता है। एक पत्र में उप चुनाव वाले 10 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस के मीडिया प्रमुखों के नाम जारी किए गए है। वहीं इन्हीं विधानसभा सीटों पर एक दूसरे पत्र में रैली की तारीख तय की गई हैं।