बिहार लाठीचार्ज: बक्सर में मुआवजे की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस ने बरसाई लाठीं

बिहार बक्सर

बक्सर : बिहार के बक्सर में किसानो पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं। ये किसान जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे थे। बिहार के बक्सर जिले के चौसा प्रखंड में बन रहे थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। प्रर्दशन कर रहे किसानों और उनके परिजनों को पुलिस ने बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं पुलिस ने किसानों को धरना स्थल से जबरन हटा दिया था और वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया था।

किसान दो महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं

पुलिस की यह कार्रवाई धरना दे रहे किसानो के खिलाफ थी। ये किसान पिछले दो महीने से धरना दे रहे है। किसानों की मांग है कि जमीन के अधिग्रहण के पहले सरकार उनको जमीन की उचित कीमत दे। बक्सर जिले में ये किसान मुआवजे की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं और थर्मल पावर प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं

पुलिस ने किसानों के परिजनों को रात के अंधेरे में बेरहमी के साथ पीटा

पुलिस ने लाठी चार्ज कर किसानों को धरना स्थल से हटाया था. लेकिन इसके बाद मंगलवार देर रात जो हुआ पुलिस की दरिंदगी देखने लायक थी। पुलिस ने रात के अंधेरे में घरों में घुसकर महिलाओं और पुरुषों की बेरहमी से पिटाई की. जिन लोगों को पीटा गया, वे उन किसानों के परिजन हैं जो विरोध कर रहे हैं।

यह घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बनारपुर गांव की है जहां पुलिस घरों के दरवाजे तोड़कर घुस गई और गिरफ्तारी के नाम पर पूरे गांव में कोहराम मच गया. घरों में घुसकर महिलाओं व पुरुषों को लाठियों से पीटा।

घटना का वीडियो आया सामने

इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में पुलिस महिला और पुरुषों पर लाठियां बरसा रही है. घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल है और लोग पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं.

यहां के किसान अपनी जमीन के उचित मुआवजे को लेकर 86 दिन से लगातार आंदोलन कर रहे थे। आरोप है कि एसजेवीएन कंपनी पाइप लाइन के लिए जबरन जमीन अधिग्रहण कर रही है।

इसका विरोध करते हुए किसानों ने एसजेवीएन गेट पर धरना देना शुरू कर दिया। किसानों के विरोध के बाद एसजेवीएन का काम बाधित हो गया।

3 युवकों को गिरफ्तार किया

इसके बाद पुलिस बनारपुर गांव के किसानों के घरों में घुस गई और पुरुषों के साथ महिलाओं की भी पिटाई कर दी. पुलिस तीन युवकों को गिरफ्तार कर थाने ले गई। अब पुलिस की इस बर्बरता के खिलाफ इलाके में काफी गुस्सा है।

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