बिहार के सीएम नीतीश कुमार बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं। एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद बिहार से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की उनकी पहली यात्रा होगी। 28 जनवरी को बिहार में एनडीए में लौटने के लिए नीतीश कुमार ओर से महागठबंधन से अलग होने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी पहली बैठक होगी।
- 28 जनवरी को एनडीए में शामिल हुए थे नीतीश कुमार
- एनडीए के सहयोग से नीतीश ने फिर से बनाई सरकार
- महागठबंधन से अलग होकर सीएम बने थे नीतीश
- 12 फरवारी को नीतीश सरकार साबित करेगी बहुमत
- पीएम से मुलाकात के बीच होगी कई मुद्दों पर चर्चा
- राज्यसभा चुनाव को लेकर भी होगा मंथन
- नीतीश कुमार, शाह और नड्डा से भी मिलेंगे
बता दें बैठक नीतीश कुमार सरकार के 12 फरवरी को विश्वास मत का सामना करने से केवल पांच दिन पहले होने वाली है। इसके साथ ही नीतीश कुमार दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मिलने की उम्मीद है।
बता दें बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। जेडीयू से जुडे़ सूत्रों के अनुसार बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ सीएम कुमार की बैठक के दौरान राज्य में राज्यसभा चुनावों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है।
राज्यसभा की 6 सीटें हो रही हैं खाली
दरअसल बिहार में राज्यसभा की 6 सीटें खाली हो रही हैं। जिसके लिए इसी माह 27 फरवरी को चुनाव होने हैं। छह सीटों में से दो सीट वर्तमान में जेडीयू के पास हैं। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता अनील हेगड़े के पास हैं। जबकि दो आरजेडी के कब्जे में हैं। जिस पर मनोज कुमार झा और मीसा भारती पिछली बार चुनीं गईं थी। इन 6 सीटों में से एक सीट बीजेेपी के पास है। जिस पर भाजपा के सुशील कुमार मोदी राज्यसभा पहुंचे थे। बता दें सुशील कुमार मोदी पहले उपमुख्यमंत्री थे और 1 सीट कांग्रेस के पास है। जिसपर कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह राज्यसभा पहुंचे है। उनका कार्यकाल आने वाली 2 अप्रैल को समाप्त होने वाला है।