बिहार में इस साल विधानसभा की चार सीटों पर उप चुनाव होना हैं। जिसको लेकर तैयारी काफी जोरों पर चल रही हैं। इन चारों सीटों पर होने वाले उपचुनाव को बिहार में अगले साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव का लिटमट टेस्ट माना जा रहा है। हालांकि इन चारों सीटों पर चुनाव मैदान में कौन उतरेगा इसे लेकर अभी महागठबंधन और एनडीए दोनों की तरफ से पत्ते नहीं खोले गए हैं।
- चार सीटों पर होने हैं बिहार में उपचुनाव
- उपचुनाव को लेकर किसकी कैसी रणनीति
- बेलागंज, रामगढ़, इमामगंज और तरारी में उपचुनाव
बता दें हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार से चार विधायक चुनकर संसद पहुंचे हैं। इन चारों विधायकों के सांसद बनने से अब यहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे। जिस पर सबकी निगाहें हैं।इन चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में देखना यह दिलचस्प हो गया है कि आखिर कौन सी पार्टी किस सीट पर अपने उम्मीदवार को उतारती है।
चार में तीन सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी। जबकि एक सीट एनडीए के खाते में आई थी। राज्य की बेलागंज सीट जहां सीपीआई एमएल को सफलता मिली थी तो वहीं बेलागंज और रामगढ़ में आरजेडी उम्मीदवारों को जीत मिली थी। जबकि इमामगंज सीट पर हम पार्टी के प्रत्याशी को सफलता मिली थी। तरारी विधानसभा सीट पर सीपीआई एमएल के सुदामा प्रसाद ने चुनाव में निर्दलीय सुनील पांडेय को परास्त किया था। जबकि रामगढ़ सीट से आरजेडी प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने बीएसपी की अंबिका सिंह को चुनाव में पछाडा था। बेलागंज सीट की बात करें तो आरजेडी के सुरेंद्र यादव ने जेडीयू प्रत्याशी अभय कुमार सिन्हा को पिछली बार चुनाव में हराया था।
लोकसभा चुनाव में मिला जुला रहा प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव की बात करें तो तरारी से विधायक सुदामा प्रसाद आरा लोकसभा सीट पर चुनाव जीतकर आए हैं। जबकि बेलागंज से एमएलए सुरेंद्र यादव ने जहानाबाद लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। वहीं रामगढ़ से विधायक सुधाकर सिंह को बक्सर सीट से जीत मिली तो इमामगंज से विधायक रहे जीतन राम मांझी ने गया सुरक्षित लोकसभा सीट से जीत हासिल की। इन चारों विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव में अगल अलग राजनीतिक दलों के प्रदर्शन की बात की जाए तो इमामगंज सीट पर अब तक हुए चुनाव में हम पार्टी को दो बार जीत हासिल हुई। चार बार जेडीयू को सफलता हासिल हुई है।
तरारी विधानसभा सीट पर दो बार सीपीई एमएल ने सफलता हासिल की है तो दो बार एसएपी को सफलता हासिल हुई है। रामगढ़ में कांग्रेस का दबदबा कायम रहा है। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को चार बार जबकि आरजेडी को दो बार जीत मिली है। बेलागंज सीट आरजेडी का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर अब तक के चुनाव में चार बार आरजेडी को जीत मिली जबकि तीन बार यहां बीजेपी को भी सफलता मिली है।