दिल्ली में 13 साल बाद बड़ा धमाका…सफेद पाउडर को देख एनआईए अलर्ट, एनएसजी और एफएसएल की टीम भी जांच में जुटी, रोहिणी ब्लास्ट कहीं आतंकी साजिश तो नहीं…!
दिल्ली के रोहिणी में धमाके से राष्ट्रीय राजधानी में हड़कंप मच गया है। यह ब्लास्ट प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास हुआ है। जिसके के बाद वहां अफरा तफरी मच गई। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि आसपास स्थित दुकानों के कांच के शीशे भी चटक गए। धमाके के बाद तत्काल ही स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच के साथ सीएफएसएल और बम डिस्पोजल स्क्वॉड की टीम मौके पर पहुंची। स्निफर डॉग्स को लेकर भी सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे।
- दिल्ली में 13 साल बाद हुआ कोई ब्लास्ट
- स्कूल की दीवार पर मिला सफेद पाउडर !
- साल 2011 में ब्लास्ट हुआ था
- इसके बाद दिल्ली में अब तक शांति थी
- दो साल पहले गाजीपुर फूल मंडी में किया था आईईडी बरामद
- ब्लास्ट के बाद हाई अलर्ट पर दिल्ली
- बड़े बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
- पूरे इलाके का डंप डेटा लिया जाएगा
- कल से लेकर सुबह ब्लास्ट होने तक कितने फोन थे एक्टिव
- ऐक्टिव फोन्स के बारे में जुटाई जा रही जानकारी
13 साल बाद दिल्ली ब्लास्ट
बताया जा रहा है कि यह ब्लास्ट दिल्ली में 13 साल बाद हुआ है। इससे पहले साल 2011 में ब्लास्ट हुआ था। इसके बाद दिल्ली में अब तक शांति थी। कोई ब्लास्ट नहीं हुआ था। करीब दो साल पहले गाजीपुर स्थित फूल मंडी में जरुर आईईडी बरामद किया था। दिल्ली पुलिस के सूत्र बताते हैं कि जांच अधिकारियों का ये भी कहना है कि किसी आतंकी साजिश भी से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस ब्लास्ट के बाद अब दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही बड़े बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
दिल्ली पुलिस की टीम अब अपनी जांच में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह ब्लास्ट किस चीज का था। पुलिस की टीम को वहा स्थित स्कूल की दीवारें भी कुछ डैमेज नजर आईं। इसके अतिरिक्त हल्का सा कुछ जला हुआ स्थान भी नजर आ रहा है। सुरक्षा और जांच में जुटी टीम ने मौके पर से वायर नुमा वस्तु भी मौके से बरामद हुई हैं। इस साथ ही दिल्ली पुलिस को जांच के दौरान स्कूल की दीवार पर कुछ सफेद पाउडर भी मिला है।
NIA के साथ NSG भी जांच में जुटीं
धमाके के बाद से ही दिल्ली पुलिस की टीम और NIA के साथ NSG ही नहीं सभी बड़ी एजेंसियां घटनास्थल पर मौजूद हैंं। रोहिणी इलाके के रहवासियों का कहना है कि बहुत तेज धमाका की आवाज उन्होंने सुनी थी। ऐसा लगा था कि मानो कोई सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ है। वहीं लोग जब बाहर आए तो आसमान में धुआ ही धुआ दिखाई दे रहा था। धुएं का गुबार आसमान पर छाया रहा। इतना ही नहीं दुकानों के वहां पार्किंग में खड़ी गाड़ियों के शीशे टूटे हुए थे। किसी को कुछ भी समझ में नहीं आया। यह धमाका किस चीज का था यह भी साफ नहीं हो सका। हालांकि गनीमत रही कि धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ।
एनआईए को सौंपा जा सकता है जांच का जिम्मा
माना जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इस मामले की जांच का जिम्मा NIA को भी सौंपा जा सकता है। NIA की टीम अपनी शुरुआती जांच करने और सबूतों से जुड़े इनपुट जमा करने के लिए ही घटनास्थल पर पहुंची है।
कनेक्शन खंगाल रही पुलिस
दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्र के अनुसार त्योहारों पर दिल्ली में किसी बड़े आतंकी षड़यंत्र के खुफिया इनपुट मिले थे। जिसके बाद दिल्ली में अलर्ट भी जारी किया गया था। अलर्ट के हिसाब से सभी स्थानों पर सुरक्षा बल की टीम लगाई गई थी। अब CRPF स्कूल के आसपास क्षेत्र में मौजूद मोबाइल टॉवर पर शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह 9 बजे तक कितने फोन कॉल्स किये गये है पुलिस इसका डेटा खंगालने में जुट गई हैं।