छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावी उत्सव से पहले कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार कौशल्या उत्सव मना रही है। इसके जरिए सीएम भूपेश बघेल बीजेपी के हिन्दुत्व कार्ड का जवाब देते नजर आ रहे हैं। बता दें भूपेश सरकार लगातार बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड का जवाब दे रही है। श्रीराम का मुद्दा छीनने के लिए कांग्रेस सरकार ने पहले ही रामवनगमन पथ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का बड़ा अभियान हाथ में ले चुकी है। अब कौशल्या उत्सव के जरिए सीएम भूपेश बघेल बड़ा संदेश देना चाहते हैं।
- सीएम भूपेश बघेल की चुनावी तैयारी
- चुनाव में बीजेपी को मात देने की कोशिश
- हिन्दुत्व के मुद्दे को बीजेपी से झपटती कांग्रेस
- तीन माह में तैयार होगा राम वन गमन पथ
- स्थापित होंगी श्रीराम की 25-25 फीट की मूर्तियां
- चुनावी उत्सव से पहले कौशल्या उत्सव
- चंदखुरी में कांग्रेस सरकार मना रही उत्सव
माना जाता है कि छत्तीसगढ़ में रायपुर के निकट चंदखुरी में माता कौशल्या की जन्मस्थली है। ऐसे में चंदखुरी में तीन दिन का कौशल्या महोत्सव मना जा रहा है। इसके अलावा रामवनगमन पथ के नौ स्थानों पर श्रीराम की प्रतिमा भी स्थापित की जाएंगी। इनमें से चंदखुरी के साथ ही राजिम और शिवरीनारायण में ये प्रतिमा स्थिापित की जा चुकी हैं। ऐसे में चुनाव से पहले चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी के कट्टर हिंदुत्व के जवाब में सीएम भूपेश बघेल का ये यह पलटवार है। इस बीच सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर राम के नाम पर केवल राजनीति करने का आरोप भी लगया है। सीएम भूपेश का कहना है बीजेपी राम के नाम का उपयोग केवल वोट बैंक के लिए करती रही है। छत्तीसगढ़ में 15 साल रमन सिंह की सरकार रही, इसके बाद भी बीजेपी ने यहां कुछ नहीं किया। दूसरी ओर कांग्रेस सरकार ने वास्तव में राम के लिए राज्य में काम करके दिखाया है।
तीन माह में तैयार होगा राम वन गमन पथ
दरअसल देश केदूसरे राज्यों की तरह कांग्रेस छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी को हिंदुत्व के मामले में एकतरफा बढ़त हासिल करने नहीं देना चाहती है। यहीं वजह है कि आने वाले तीन माह में कांग्रेस सरकार राज्य में रामवनगमन पथ निर्माण का काम पूरा करने की तैयारी में है। श्री राम की प्रतिमाओं की स्थापना के लिए जिन स्थानों का चयन किया गया है। उनमें सीतामढ़ी हरचौका कोरिया, शिवरीनारायण, रामगढ़, राजिम,तुरतुरिया, सिहावा सप्तऋषि आश्रम, सुकमा का रामाराम और जगदलपुर शामिल है। यहां 25-25 फीट की मूर्तियां लगाई जाएंगी। जबकि चंदखुरी में सबसे बड़ी 51 फीट की प्रतिमा लगाई गई है। इतना ही नहीं रामवनगमन पथ के 2260 किलोमीटर के नौ प्रमुख स्थानों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा है।
बीजेपी से मुद्दा छिनती कांग्रेस
दरअसल बीजेपी अक्सर कांग्रेस पर हिंदुओं के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाती रही है। साथ ही इसे चुनावी मुद्दा बनाकर उसने लाभ भी लिया है। जिन मामलों को लेकर बीजेपी कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करती रही है, उनमें हिन्दुत्व का मुद्दा सबसे अहम था। ऐसे में भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में राम के नाम पर बड़ा काम हाथ में लिया है। पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत रायपुर आए थे। तब कांग्रेस की ओर से मोहन भागवत को निमंत्रण भेजा गया था। जिसमें किस तरह राज्य की कांग्रेस सरकार ने कौशल्या मंदिर का कायाकल्प किया है, उसे देखने के लिए बुलाया था। मोहन भागवत ने भी भूपेश बघेल के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कौशल्या मंदिर जाकर वहां का कामकाज भी देखा था।