मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब नजदीक हैं। बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर रहती है। ऐसे में दोनों ही दलों ने अपनी रणनीति को धार देना शुरु कर दिया है। इस बीच राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के निलंबन ने कांग्रेस को भड़का दिया है। महंगाई,बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे के साथ ही कांग्रेस ने जीतू पटवारी के निलंबन को भी मुद्दा बना लिया है। सोमवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस राजभवन का घेराव करने जा रही है। इससे पहले जवाहर चौक पर जनसभा की जाएगी। इसके बाद कांग्रेस विधायक और कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए राजभवन की ओर कूच करेंगे। जिसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भोपाल में जुटना शुरू हो गया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ के नेतृत्व में पार्टी प्रदर्शन करने जा रही है।।
विपक्ष में बैठी कांग्रेस सत्ता पाने के लिए छटपटाती नजर आ रही है। जिसके चलते वह बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। लंबे अब अरसे बाद कांग्रेस को ऐसा मौका मिल है। इस प्रदर्शन के साथ कांग्रेस प्रदेश स्तर पर अपनी एकजुटता का भी प्रदर्शन कर सकती है। कांग्रेस कितनी एकजुट है यह आज सोमवार को होने वाले राजभवन घेराव से सामने आ जाएगा। कांग्रेस का आरोप है कि देश में बेहताशा बढ़ती हुई महंगाई से लोग परेशान है। प्रदेश में बेरोजगारी से युवा परेश्याान हैं। कर्ज से किसान तनावग्रस्त हैं। अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग ही नहीं अल्पसंख्यक वर्ग और महिलाओं पर हो रहे निरंतर अत्याचार और बलात्कार-सामूहिक बलात्कार, निर्मम हत्याओं और ध्वस्त कानून व्यवस्था सहित भाजपा सरकार की गलत नीतियों से लोग परेशान हैं। ऐसे में राजभवन पहुंचकर कांग्रेसी अपनी बात राज्यपाल को सुनाना चाहते हैं।
एकजुट रहना बड़ी चुनौती
हालांकि विधानसभा चुनाव से से पहले कांग्रेस को एकजुट करना पार्टी नेताओं के लिए आसान नही है। चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की भी तैयारी के लिए उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के भीतर एकजुटता बनाए रखने की है। ऐसे में सोमवार को कांग्रेस का प्रदर्शन इस बात की गवाही भी देगा कि कांग्रेस के अंदर कितनी एकता बाकी है।बता दें राज्य में साल 2018 में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने बढ़त हासिल की थी। सत्ता पर भी कब्जा जमाया लेकिन पार्टी के अंदर ही हुई टूट के चलते कांग्रेस को सत्ता से बाहर होना पड़ा था।
विधायकों के जिम्मे कार्यकर्ताओं के रुकने का इंतजाम
मध्यप्रदेश कांग्रेस की ओर से धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाया है। जिनके रहने और ठहरने के साथ भोजन का इंतजाम क्षेत्र के विधायकों को सौंपा है। कांग्रेस विधायकों को पत्र लिखकर ये निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र से आने वाले कार्यकर्ताओं के ठहरने और भोजन की व्यवस्था करें। बता दें कांग्रेस संगठन की ओर से सभी विधायकों, पूर्व विधानसभा और लोकसभा प्रत्याशियों को कार्यकर्ताओं को भोपाल लाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल समेत तमाम प्रकोष्ठ और विभागों के पदाधिकारियों भी भोपाल में भीड़ जमा करने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
झूठ बोलने का काम करती है बीजेपी सरकार-जीतू पटवारी
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विधायक कुणाल चौधरी ने सरकार पर निशाना साधा और कहा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केवल जनता से झूठ बोलने का काम किया है। आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस की सरकार बनाकर उन्हें आईना दिखाने वाली है। जीतू पटवारी ने कहा बीजेपी के राज में बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी के मुद्दे को लेकर हम प्रदेश की जनता के बीच जा रहे हैं। जिससे यह तय माना जा रहा है कि 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा लाड़ली बहना योजना केवल चुनाव नज़दीक आने पर दिखावे से ज्यादा कुछ नहीं है। सीएम यदि बहनों के सच्चे हितैषी बन रहे हैं तो रसोई गैस सिलेंडर के दाम कम करें।