rajasthan congress:राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ों यात्रा इन दिनों मप्र में है। यहां करीब 13 दिन का वक्त गुजारने के बाद राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के साथ राजस्थान पहुंचेंगे। ऐसे में राजस्थान में कांग्रेस तैयारी में जुटे हैं, लेकिन इस तैयारी के बीच कांग्रेस बिखरती और टूटती हुई थी नजर आ रही है। दरअसल भारत जोड़ों यात्रा को लेकर राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने बड़ी बैठक बुलाई थी। जिसमें सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच बढ़ती दूरी और बढ़ गई।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच की तल्खी एक दिन पहले बुधवार को फिर दिखाई दी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में आने वाली है। इसकी तैयारियों को लेकर बुलाई गई बैठक में गहलोत और पायलट दूर दूर बैठे दिखे। दोनों नेताओं ने आपस में बात भी नहीं की। सचिन पायलट तो बैठक खत्म होने से पहले ही वहां से चले गए। बता दें राजस्थान में पिछले 25 सितंबर को हुए सियासी बवाल के बाद पहली बार दोनों नेता किसी बैठक में एक साथ पहुंचे थे।
3 दिसंबर को मरुभूमि पहुंचेगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले माह 3 दिसंबर को यात्रा राजस्थान पहुंचेगी। राहुल राजस्थान में 17 दिन तक गुजारेंगे। यहां से यात्रा हरियाणा की ओररवाना होगी। यात्रा की राजस्थान में तैयारियों को लेकर समन्वय समिति की पहली मीटिंग कांग्रेस वॉर रूम में हुई। इसमें समिति के 33 सदस्य शामिल हैं।
सीएम देरी से आए तो पायलट जल्दी चले गए
भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी को लेकर बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में गहलोत और पायलट की कुर्सी दूर दूर थीं। पायलट जहां हरीश चौधरी के पास बैठे दिखाई दिए। वहीं अशोक गहलोत के एक ओर जितेंद्र सिंह के साथ दूसरी ओर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बैठे दिखाई दिये। दोपहर 12 बजे शुरू हुई बैठक में अशोक गहलोत देरी से बैठक में शामिल हुए तो वहीं सचिन पायलट बैठक खत्म होने से करीब आधा घंटे पहले ही वहां से निकल गए।
समिति लेगी यात्रा के रूट का जायजा
भारत जोड़ो यात्रा में मध्य प्रदेश में है। बैठक में तय किया गया कि समन्वय समिति के सदस्य 25 नवंबर को राजस्थान में मध्य प्रदेश बॉर्डर से लेकर हरियाणा बॉर्डर तक के 527 किलोमीटर रूट का जायजा लेंगे।
पायलट ने दिया बैंसला को जवाब
गुर्जर नेता विजय बैसला की धमकी और गुर्जर सीएम गहलोत से जुड़े सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कांग्रेस पार्टी जब 21 सीट पर सिमट गई थी। उस समय हम सब वर्गों से सहयोग मिला। हमें बहुमत सब वर्गों के सहयोग से मिला। उस बहुमत पर हम कारगर उतर सके उसकी कोशिश है। भाजपा की नीति तोड़ने की है। यात्रा का मकसद जोड़ना है। राहुल गांधी की यात्रा से भाजपा के लोग विचलित हैं। वह यात्रा में बाधा डालना चाहते हैं। यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है। इसके जरिए राहुल गांधी लोगों की बात सुन रहे हैं। राजस्थान में यात्रा भी सफल होगी।
रेतीली भूमि पर 521 किलोमीटर चलेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान के छह जिलों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा झालवाड़ जिले से मध्यप्रदेश से राजस्थान में प्रवेश करेगी। झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा, अलवर जिले से होकर गुजरेगी। राहुल गांधी इन छह जिलों में यात्रा के साथ 521 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। करीब 3 दिसंबर को यात्रा राजस्थान पहुंचेगी। राज्य स्तर पर समन्वय समिति के अलावा कांग्रेस ने जिला स्तर पर यात्रा के लिए समन्वय समिति बनाई हैं। जिले की समिति में प्रभारी मंत्री, संगठन के जिला और संभाग प्रभारी, जिले के सांसद उम्मीदवार,विधायक और विधायक उम्मीदवार और बोर्ड निगमों के अध्यक्ष समिति के सदस्य हैं।
माकन पहले ही दे चुके हैं इस्तीफा
भारत जोड़ो यात्रा की समन्वय समिति में प्रदेश प्रभारी अजय माकन सदस्य हैं। लेकिन वे पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में वे बैठक में भी शामिल नहीं हुए। माकन ने पिछले दिनों 8 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी भेजकर राजस्थान प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ हैए लेकिन माकन ने राजस्थान को लेकर कोई बैठक और फैसला भी नहीं किया है। बता दें माकन ने 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के मामले में जिम्मेदार ठहराए गए तीन नेताओं शांति धारीवालए महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए इस्तीफा दिया था।