Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी की यात्रा के पहले महाकाल में इस पर लगा बैन, भड़की कांग्रेस 

भारत जोड़ों यात्रा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बीस नवंबर के बाद मध्यप्रदेश में एंट्री करेगी। इस दौरान राहुल गांधी उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। राहुल के दर्शन करनें के पहले महाकाल मंदिर में फोटो खींचने और वीडियो बनाने पर रोक लगा दी है।

कब जाऐंगे राहुल गांधी उज्जैन

राहुल गांधी की यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी उसके बाद वो खंडवा बुरहानपुर और इंदौर के रास्ते उज्जैन पंहुचेगी। राहुल गांधी की यात्रा एक दिसंबर को उज्जैन पहुंच सकती है। यहां राहुल गांधी बाबा के दर्शन करके कार्यकर्ताओ को संबोधित करेंगे।

महाकाल में फोटो खींचने पर लगा प्रतिबंध

राहुल गांधी की यात्रा के पहले महाकाल में फोटो खींचने और कैमरा ले जाने पर प्रतिबंध लग गया। ये रोक महाकाल के गर्भगृह में लगाई गई है। रोक महाकाल की प्रशासनिक समिति ने लगाई। इसी रोक पर अब प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है।

क्या है कांग्रेस की प्लानिंग

उज्जैन में हाल ही में महाकाल कॉरिडोर बनकर तैयार हुआ है। इस कॉरिडोर को महाकाल महालोक का नाम दिया गया है। महाकाल महालोक को लेकर शिवराज सरकार और बीजेपी ने भरपूर क्रेडिट लिया। सरकार ने कहा कि महाकाल लोक जनता के लिए शिवराज सरकार ने तैयार किया।
वहीं कांग्रेस भी इसका क्रेडिट लेने की प्लानिंग की है। सूत्रों की माने तो बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद उज्जैन में ही कांग्रेस राहुल गांधी की सभा रखेगी। सभा में जनता को बताने की कोशिश की जाएगी कि महाकाल कॉरिडोर की शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की है। महाकाल कॉरिडोर के लिए कमलनाथ के शासन काल में ही बजट एलॉट किया गया था।

क्रेडिट की सियासत क्यों

मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ इलाके में बीजेपी का प्रर्दशन 2018 में अच्छा नहीं रहा। इस इलाके में कांग्रेस ने ज्यादा सीटें जीती । यही वजह है कि निमाड़ मालवा की 66 सीटों पर बीजेपी अपनी पकड मजबूत करना चाहती है। उज्जैन में महाकाल महालोक के निर्माण के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं में इजाफा होगा। यही वजह है कि बीजेपी इसका क्रेडिट लेकर जनता के वोट धार्मिक भावनाओं के जरिए कैश कराना चाहती है। वहीं पूरी 66 सीटों पर कांग्रेस अपना दबदबा बरकरार रखना चाहती है यही वजह है कि वो राहुल गांधी की मौजूदगी में सभा कर जनता के बीच क्रेडिट लेना चाहती है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस भी इन दिनों सॉफ्ट हिंदुत्व पर फोकस कर रही है यही वजह है कि कांग्रेस भी चुनावों के पहले क्रेडिट लेने में लगी है।

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