आप भी तांबे के बर्तन का पानी पीते हैं तो पहले समझ लें आखिर क्या है इसका टॉक्सिन से कनेक्शन ?

Benefits and disadvantages of drinking water from copper vessel

हमारे देश में सदियों से तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने के कई लाभ बताए जाते रहे हैं। यहां तक कि राजा और महाराजा भी तांबे के बर्तन में ही पानी पीते थे। इसके लाभ भी कम नहीं हैं। साइंस भी यह मानता है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के बहुत फायदे हैं। इससे पेट साफ रहता है। आपकी पूरी बॉडी डिटॉक्स हो जाती है। इस तरह यह आपके पूरे शरीर के लिए लाभदायक है। तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने से शरीर में चमक आती है। इसमें एंटी-एजिंग के गुण भी होते हैं।क्योंकि यह त्वचा के नीचे कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। जिससे त्वचा में इलास्टिसिटी बनी रहती है। वहीं तांबे के बर्तन में रखे पानी में एंटी-माइक्रोबियल गुण भी होता है। जिसके कारण त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्मजीव नहीं पनप पाते हैं।

बर्तन में रखे पानी को पीने के कई लाभ होने के बावजूद यदि आप तांबे के बर्तन में रखे पानी पीने नुकसान भी है। आप तांबे के बर्तन से गलत तरीके से पानी पीते हैं तो फायदे की जगह आपको नुकसान हो सकता है। क्योंकि तांबे के बर्तन के कारण इसी पानी में टॉक्सिन भी बन सकता है। जिससे आपके पूरे शरीर नुकसान पहुंच सकता है।

क्या है सच में तांबे के बर्तन का पानी के जहर बनने की सच्चाई को डायटीशियन बताते हैं कि चाहे कोई भी वस्तु हो अति सर्वत्र वर्जयेत्हो ती है। यानी किसी भी वस्तु को ज्यादा खाएंगे तो उससे फायदे की जगह आपको नुकसान ही होगा। तांबा हमारे शरीर में हड्डियों, दिमाग, त्वचा , टिशूज और रोग प्रतिरोधक क्षमता
इम्यूनिटी के लिए जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हमारे शरीर को हर दिन करीब 1000 माइक्रोग्राम या 10 मिलीग्राम तक कॉपर की आवश्यकता होती है।
अगर इस मात्रा से कम कॉपर मिलेगा तो दिमाग सही तरीके से काम नहीं करेगा। इतना ही नहीं हार्ट डिजीज का खतरा भी बढ़ जाएगा। हमारे शरीर में नसें भी कमजोर होने लगेंगी। वहीं यादि कॉपर की मात्रा हमारे शरीर में अधिक हो जाती है तो शरीर के कई हिस्सों में यह जमा होने लगेगा। इसके घातक नुकसान भी सामने आ सकते हैं।
बताते है कि जब हम तांबे के बर्तन में पानी के रखते हैं तो इस पानी में कॉपर रिसता है। इससे कॉपर पानी में मिल जाता है।कॉपर अगर थोड़ा ज्यादा हो तो भी काम चल सकता है। लेकिन आप कॉपर के बर्तन को अगर सही से साफ नहीं करते हैं तो इसमें कॉपर टॉक्सिसिटी होने की संभावना हो सकती है। यानी जब यह पानी आपके शरीर में जाएगा तो कई अंगों पर पानी जहर की तरह असर कर सकता है।

कितना होगा नुकसान

डॉक्टर बताते हैं कि अगर आप कॉपर के गंदे बर्तन से लगातार पानी पीते हैं तो यह घातक होगा। क्योंकि इस पानी में कई तरह के टॉक्सिक मिले हुए रहते हैं। यह टॉक्सिक आपके पेट में जाता है और पेट से होते हुए यह आपके खून में मिल जाएगा। यदि आप निरन्तर ऐसा करते हैं तो यह खून के माध्यम से आपके कई अंगों में जमा होने लगेगा। इसका सबसे अधिक नुकसान ब्रेन को होगा। ब्रेन पर यह बहुत बुरी तरह से असर करेगा। यह टॉक्सिक किडनी, लिवर, हार्ट और लंग्स जैसे महत्वपूर्ण अंगों में समाकर इन अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। यहां तक कि किडनी और लिवर के फंक्शन को भी प्रभावित करने लगेगा। सबसे पहला असर इसका जो होगा वह पेट पर होगा। टॉक्सिक यूक्त कॉपर पानी के पीने से सबसे पहले आपके पेट को खराब करने लगेगा। आपको डायरिया हो सकता है।पेट में दर्द होने के साथ जी घबराने मितलाने लगेगा। उल्टी भी हो सकती है। आप अगर कई दिन तक टॉक्सकि कॉपर वाटर पीते हैं तो हमेशा आपको सिर दर्द बने रहने चक्कर आने की शिकायत रहेगी। आपकी त्वचा का रंग पीला पड़ सकता है। आंखों में भी पीलापन दिखाई देने लगेगा। आपको इससे जॉन्डिस भी हो सकता है। टॉक्सिक यूक्त कॉपर पानी के पीने से लिवर में बाइल जूस प्रोडक्शन जब प्रभावित होगा। इस खतरनाक स्थिति में आपको सिरोसिस की बीमारी भी घेर सकती है।

तांबे के बर्तन में पानी पीने का सही तरीका

आप तांबे के बर्तन को रोजाना साफ करते हैं, इसके बाद इसका पानी पिएंगे तो कोई नुकसान नहीं होगा। आमतौर पर लोग तांबे के बर्तनों को सप्ताह भर के बाद साफ करते हैं। बर्तन या बोतल में गंदगी दिखाई देने पर साफ करते हैं। यह आदत आपको छोड़नी होगी। तांबे के बर्तन हर दिन साफ करना होगा।

तांबे बर्तन को नमक और नींबू से हर दिन साफ करें। इसे आप रूटीन बना लें। इसके अलाबा तांबे के बर्तन में कभी भूल कर भी गर्म पानी न पिएं। तांबे के बर्तन में गर्म पानी रखने से पानी में तेजी के साथ कॉपर घुलने लगता है। जब आप यह गरम पानी पीते हैं तो अधिक मात्रा में कॉपर आपके पेट में जाएगा। इसलिए ठंड के दिनों में कभी भी तांबे की बोतल में गर्म पानी को न रखें। हमेशा नॉर्मल पानी ही रखें। 6 से 7 घंटे में तांबे के बर्तन में रखे पानी पीना चाहिए। इससे कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि कई फायदे होते हैं।

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