बिहार में साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होना है। इससे पहले राज्य के करीब 10 विभागों में करीब 49 हजार 591 पद खाली पड़े है। जिनको भरने की कवायद जल्द शुरू होने वाली है। चुनाव से पहले इन सभी पदों को भरा जाएगा। इसे लेकर राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने मुख्य सचिवालय के सभागार में संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है।
- बिहार में होगी 49,591 पदों पर भर्ती
- विधानसभा चुनाव से पहले भरे जाएंगे रिक्त पद
- 10 विभागों में करीब 49 हजार 591 पद खाली
- खाली पद भरने की कवायद जल्द शुरू होने वाली है
- चुनाव से पहले इन सभी पदों को भरा जाएगा
- सीएस अमृत लाल मीणा ने जारी किये निर्देश
इन विभागों के अधिकारियों की ओर से विभाग स्तर पर दी गई प्रस्तुतिकरण के माध्यम से यह बात सामने निकलकर आई है कि करीब 10 विभाग ऐसे हैं जिनमें 49591 पद खाली है। इन विभागों में कृषि, सहकारिता, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पशु एवं मत्स्य संसाधन, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और गन्ना उद्योग विभाग शामिल हैं। जिनमें अलग-अलग पदों की करीब 49 हजार 591 रिक्तियां मौजूद हैं।
राज्य के मुख्य सचिव ने इन्हें भरने से संबंधित प्रक्रिया जल्द पूरी करने का निर्देश दिया है। इन सभी 10 विभागों की 14 हजार 968 पदों को भरने की रिक्तियां संबंधित आयोगों की ओर भेज भी दी गई है। बता दें सरकार के सात निश्चय-2 के तहत विभागों में यह बहाल की जा रही है।
बिजली बचाने की भी चिंता
वहीं राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने प्रदेश के सभी विभागों को ऊर्जा खपत को लेकर ऑडिट करने के भी निर्देश दिये हैं। जिससमें ऊर्जा की बेवजह खपत को कम किया जा सके। इसके लिए राज्य के सभी विभागों को इस पर खासतौर से ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा गया है कि सभी सरकारी भवनों और कार्यालयों में ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए एलईडी के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में काम करें।
- मुख्य सचिव ने जारी किये सभी विभागों को निर्देश
- ऊर्जा खपत को लेकर ऑडिट करने के निर्देश
- जिससे ऊर्जा की बेवजह खपत को कम किया जा सके
बता दें सामान्य बल्ब के मुकाबले एलईडी के उपयोग से ऊर्जा की खपत में करीब 80 फीसदी की कमी आती है। इसके अलावा हिटिंग और कूलिंग की मशीनों के उपयोग को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। सीएस ने सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में भी ऊर्जा ऑडिट कराने के साथ ही सभी से बिजली की अधिक खपत को कम करने की पहल करने के लिए कहा गया है।