राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा एमपी के मालवा अंचल की ओर बढ़ रही है। इससे पहले राहुल गांधी चुनावी सभा लेने गुजरात जाएंगे। वे वहां चुनावी सभा लेने के बाद फिर उज्जैन आकर यात्रा को गुरुवार से फिर आगर मालवा की ओर बढे़गी। बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा उज्जैन की सीमा में मंगलवार सुबह पहुंची थी। राहुल गांधी ने महाकाल के दर्शन करने के अलावा बड़ी आमसभा को भी संबोधित किया था। यात्रा ने मप्र में प्रवेश से पहले भी दो दिन का विश्राम महाराष्ट्र की सीमा में लिया था। तब भी राहुल गांधी ने गुजरात में चुनावी सभाएं की थीं। 21 नवंबर को उन्होंने सूरत और राजकोट में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया था।
मोदी की पूजा करने वालों को मिलता है सबकुछ-राहुल
इससे पहले उज्जैन में राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में जो भी व्यक्ति और उद्योगपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजा कर रहा है, उसे सबकुछ मिल रहा है। वास्तविक तपस्वियों जैसे किसानों, श्रमिकों, युवाओं और छोटे कारोबारियों का हक छीना जा रहा है। बता दें राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरूआत जय महाकाल के साथ की थी। लगभग 25 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर भगवान शिव का है। भगवान शिव के अलावा श्रीराम और श्रीकृष्ण समेत सभी ने तपस्या की। इसी तरह हमारे देश में भी किसान, श्रमिक, युवा, छोटे और मंझौले कारोबारी और मीडिया के साथी प्रतिदिन तपस्या कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार इनका हक छीन रही है। इनकी जेब से पैसा निकालकर देश के दो चार बड़े उद्योगपतियों की तिजोरी भर रही है। उज्जैन में राहुल गांधी ने महाकाल मंदिर में दर्शन कर पूजा कर आशीर्वाद लिया।
240 किमी के बाद यात्रा को विश्राम
बुरहानपुर से उज्जैन तक पिछले एक सप्ताह में भारत जोड़ो यात्रा ने 240 किलोमीटर की दूरी तय की। पहले यात्रा इंदौर में एक दिन का विश्राम लेने वाली थी। बाद में तय शेड्यूल में बदलाव करते हुए यात्रा एक दिन पहले 29 नवंबर को उज्जैन पहुंची। एक दिन के विश्राम के बाद एक दिसंबर से यात्रा फिर शुरू होगी। आपको बता दें कि बुधवार को यात्रा का 83वां दिन है। अब तक यात्रा 36 जिलों में जा चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर में खत्म होगी और अभी 1209 किलोमीटर की दूरी यात्रा को और तय करना है।
राहुल के आसपास बडे़ नेताओं का मजमा
बुरहानपुर के रास्ते मप्र में प्रवेश करने वाली भारत जोड़ो यात्रा उज्जैन तक पहुंच चकी है। इस यात्रा को लेकर हर दिन सियासी विश्लेषण होता है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनेगा और कार्यकर्ता व नेता उत्साहित भी होंगे। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। इसका बड़ा कारण यह है कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी का स्थानीय और छोटे पदाधिकारियों से उनका सीधा संवाद बहुत कम हुआ है। यात्रा में तमाम बड़े नेता ही राहुल गांधी के ईदगिर्द नजर आते हैं। साथ ही इस इलाके में प्रभावशाली नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव को पहले ही बड़ी जिम्मेदारी से दूर कर दिया गया था। उनके स्थान पर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को जिम्मेदारी दी गई।