सिक्किम में अचानक आई बाढ़: अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि; 100 से अधिक लापता लोगों में से 23 सैन्यकर्मी अभी भी लापता; 3000 पर्यटक फंसे
सिक्किम में बादल फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जबकि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में अचानक आई बाढ़ के बाद 23 सेना कर्मियों सहित 102 अन्य अभी भी लापता हैं। मरने वाले सभी 14 लोगों की पहचान नागरिक के रूप में की गई। सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में करीब 3,000 पर्यटकों के फंसे होने की खबर है. चुंगथांग में तीस्ता स्टेज 3 बांध में काम करने वाले 12-14 मजदूर अभी भी बांध की सुरंगों में फंसे हुए हैं.
पीएम ने सिक्किम के सीएम से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की और हालात का जायजा लिया. उन्होंने इस स्थिति में हरसंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया है.मोदी ने सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा और भलाई के लिए भी प्रार्थना की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया; “सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री @PSTamangGolay से बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में दुर्भाग्यपूर्ण प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया। चुनौती से निपटने में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। मैं प्रभावित सभी लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।”
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति स्थिति की समीक्षा करती है
कैबिनेट सचिव श्री राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने आज बैठक की और सिक्किम में स्थिति की समीक्षा की। सिक्किम के मुख्य सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए और समिति को राज्य की ताजा स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने समिति को राहत और बचाव उपाय करने में राज्य सरकार के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। गृह सचिव ने समिति को बताया कि केंद्र सरकार उच्चतम स्तर पर स्थिति पर 24×7 नजर रख रही है। गृह मंत्रालय (एमएचए) के दोनों नियंत्रण कक्ष स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हर संभव मदद दी जा रही है।
एनडीआरएफ ने टीमें तैनात कीं
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने पहले ही तीन टीमें तैनात कर दी हैं और अतिरिक्त टीमें गुवाहाटी और पटना में तैयार हैं। बचाव और बहाली प्रयासों में राज्य की सहायता के लिए सेना और वायु सेना की पर्याप्त संख्या में टीमें और संपत्ति तैनात की जा रही है। केंद्रीय एजेंसियों और सिक्किम सरकार के राहत और बचाव उपायों की समीक्षा करते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने इस बात पर जोर दिया कि चुंगथांग बांध की सुरंग में फंसे लोगों और पर्यटकों को निकालने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमों को तैनात किया जाना चाहिए और सड़क, दूरसंचार और बिजली की कनेक्टिविटी को कम से कम समय में बहाल किया जाना चाहिए। कैबिनेट सचिव ने सिक्किम सरकार को आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां सहायता के लिए तैयार हैं और उपलब्ध रहेंगी।