दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बीच बंगला पॉलिटिक्स गरमा गई है। दिल्ली में मेरा बंगला-तेरा बंगला यानी कि बंगला पॉलिटिक्स हो रही है। केजरीवाल को बंगले को शीशमहल की संज्ञा दी गई है तो वहीं पीएम मोदी के आवास राजमहल की संज्ञा दी गई है। इसी बंगला पॉलिटिक्स पर चर्चा जारी है।
- AAP का शीशमहल VS BJP का राजमहल
- दिल्ली का दंगल…किसने देखा महल?
- शीशमहल पर सवाल… राजमहल पर बवाल
- BJP ने बताया आतिशी को बंगले वाली देवी
- सचदेवा ने पूछे सीएम आतिशी से सवाल
- 17 ए.बी. मथुरा रोड किसको आवंटित बंगला?
दिल्ली में जहां चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। वहीं राजधानी में बंगले पर बवाल हो गया। इस मुद्दे पर सियासी उबाल है। मेरा बंगला-तेरा बंगला की इस पॉलिटिक्स में पहले सांसद संजय सिंह और मंत्री सौरभ भारद्वाज उस बंगले तक गए। जहां पहले अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री के तौर पर रहते थे। मकसद था मीडिया को अंदर ले जाकर ये दिखाना कि बीजेपी के आरोपों का सच क्या है। कारण, बीजेपी इसी बंगले में आलीशान निर्माण को लेकर सवाल उठा रही है।
शीशमहल और राजमहल को लेकर विवाद
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और AAP के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच अब ‘AAP के शीशमहल’ और बीजेपी के राजमहल’ को लेकर विवाद जारी है। बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल ने CM हाउस रेनोवेट कराने में घोटाला किया था। टेंडर 8 करोड़ रुपये का था। भुगतान 4 गुना ज्यादा किया गया। जवाब में AAP ने PM आवास को 2700 करोड़ का राजमहल बताया है। इन्हीं आरोप–प्रत्यारोपों के बीच बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने पोस्टर जारी किए हैं। सबसे पहले इन पोस्टरों पर नज़र दौड़ाते हैं।
AAP सांसद संजय सिंह और मंत्री सौरभ भारद्वाज मीडिया को लेकर CM हाउस पहुंचे। हालांकि पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। संजय सिंह की पुलिस के साथ बहस भी हुई। दोनों नेता AAP समर्थकों के साथ कुछ देर वहीं बैठ गए। इसके बाद वे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रहे नए प्रधानमंत्री आवास की ओर निकले। हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते से ही वापस भेज दिया। इसके बाद बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आप नेताओं के इस प्रदर्शन को भोंडा प्रदर्शन करार देते हुए कहा। भ्रष्टाचार के स्मारक (शीश महल) की हकीकत जनता के सामने आती जा रही है। ये जितना भी प्रयास कर लें। लेकिन शीश महल, जो अरविंद केजरीवाल की विलासिता का स्मारक है उसे बचा नहीं सकते हैं। वहीं आप नेताओं ने भी आरोपों की झड़ी लगा दी। यह तो रहा बंगले पर बयान लेकिन बीजेपी दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष बीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली की सीएम आतिशी से 4 सवाल पूछे है।
सचदेवा ने CM आतिशी से पूछे 4 सवाल
आतिशी बताएं 17 ए.बी. मथुरा रोड किसको आवंटित बंगला है?। 17 ए.बी. मथुरा रोड से तत्कालीन सीएम स्वर्गीय शीला दीक्षित ने 1998 से 2004 तक सरकार चलाई थी तो आतिशी मार्लेना क्यों नहीं चला सकतीं?। 2015 से 2024 तक केजरीवाल मुख्यमंत्री थे तो फिर 6 फ्लैग स्टाफ रोड को मुख्यमंत्री आवास घोषित क्यों नहीं किया? 17 ए.बी. मथुरा रोड बंगला जो उनको आवंटित है उसमें कौन रहता है?
(प्रकाश कुमार पांडेय)