टुकड़े टुकड़े होगा पाक? बलूच नेता ने किया आजादी का ऐलान
भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही सीज फायर हो चुका हो लेकिन पाकिस्तान के अंदरूनी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तान के सबसे बड़े समुदाय बलूचिस्तान से खुद को अलग गणराज्य घोषित कर दिया है ।बलूच नेता मीर यार बलूच ने भारत सरकार से भारत में बलूचिस्तान दूतावास बनाने की मांग की है, साथ ही बूलच नेता ने पाकिस्तान से अलग होकर अलग गणराज्य बनाने की बात कही है। वे UN से अळग गणराज्य को मान्यता देने की मांग करेंगे। बलूचिस्तान पाकिस्तान के दक्षिण में स्थित है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है। पाकिस्तान का चालीस फीसदी हिस्सा अकेले बूलचिस्तान का है और अगर आबादी की बात करें तो पाकिस्तान की छह प्रतिशत आबादी बूलिचस्तान में रहती है। मतलब कि तकरीबन डेढ करोड़ लोग यहां रहते है। अगर प्राकृतिक संपन्नता के हिसाब से देखें तो यहां सोने तांबे के भंडार होने के साथ साथ तेल और गैस के भी प्रचुर भंडार है। कबाई समुदाय की हालत खराब है इसलिए अलग अलग समय पर आजादी की मांग उठती रही है। बलूचिस्तान 1948 में पाकिस्तान में शामिल तो हो गया लेकिन कुछ ही महीनों बाद यहां बगावत बुलंद हो गई। यही कारण है कि अब तक कई सारे बगावती संगठन खड़े होते गए। 1948 से लेकर अब तक ये संगठन अलग अलग समय पर पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ बगावत करते रहे हैं। बूलच नेताओं का मानना है कि पाकिस्तान की आर्मी मासूम लोगो पर अत्याचार करती है। कई सारे बलूच कार्यकर्ताओं को भी पकिस्तान की आर्मी ने कई सारे मुकदमे लादे और उन पर अत्याचार किया। बलूच नेताओं ने भारत के पाकिस्तान से पीओके खाली करने के फैसले पर पूरा समर्थन दिया।