‘महाराज’ का साथ छोड़ते समर्थक,बैजनाथ के बाद किसका नंबर?

Union Minister Jyotiraditya Scindia

कांग्रेस छोड़कर हजारों समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बीजेपी में कुनबा छोड़ा होता जा रहा है। उनके समर्थकों के बीच पार्टी छोडऩे की होड़ मच गई है। दो दिन पहले शिवपुरी के बैजनाथ सिंह यादव ने फिर से कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। जबकि शिवपुरी में ही सिंधिया कर्तव्यनिष्ट नेता कांग्रेस में आने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं। बैजनाथ सिंह सिंधिया के साथ कांग्रेस छोडक़र बीजेपी में गए थे। अब कांग्रेस बैजनाथ सिंह के सहारे गुना, शिवपुरी और अशोक नगर क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को साधने का प्रयास करेगी।

ग्वालियर चंबल अंचल में दूर होते सिंधिया से समर्थक

बताया जाता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और ग्वालियर में उनके समर्थक बीजेपी के दूसरे नेता भी कांग्रेस का हाथ थामने की तैयारी में है, लेकिन सिंधिया के कट्टर समर्थक होने की वजह से फिलहाल कांग्रेस फूंक फूंक कर कदम आगे बढ़ रही है। ऐसे में उनके लिए दरबाजे नहीं खोले हैं। लेकिन इतना तय है कि बड़ी संख्या में कांग्रेस में वापसी होगी। वहीं इधर सिंधिया के भाजपा में आने की वजह से राजनीतिक हासिए पर जा रहे बीजेपी नेता भी कांग्रेस के संपर्क में है। इनमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी हैं। वहीं बीजेपी में ही समर्थकों के जरिए सिंधिया पर हमले शुरु हो गए हैं।

वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी खोला सिंधिया गुट के खिलाफ मोर्चा

बीजेपी सांसद केपी यादव के बाद कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी सिंधिया गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश नेतृत्व के सामने सिंधिया समर्थक मंत्री पर आरोप लगाए कि वे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज करवा रहे हैं। रघुवंशी पहले कांग्रेस में थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन होने पर बीजेपी में शामिल हुए थे। जब से सिंधिया बीजेपी में आए हैं वे बीजेपी में भी खतरे में दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले अशोकनगर में कट्टर बीजेपी नेता स्वर्गीय राव देशराज सिंह के बेटे यादवेन्द्र सिंह यादव कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

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