महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर में दो बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। जिसके खिलाफ बदलापुर में लोगों ने जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान गुस्साए लोगों ने मुंबई की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रोक दिया। हालांकि विरोध के बाद राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
- बदलापुर कांड,गुस्साए लोगों ने रेलवे ट्रैक किया जाम
- बच्चियों के साथ यौन शोषण का विरोध
- प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक किया जाम
- सीएम शिंदे ने गठित की एसआईटी
बता दें दो मासूम बच्चियों के साथ स्कूल के अटेंडेंट ने ही यौन शोषण की वारदात को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद से ही महाराष्ट्र में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एनसीपीसीआर ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा बदलापुर में बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले की जांच की जाएगी।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित बदलापुर में दो बच्चियों के साथ हुई कथित यौन शोषण की घटना के बाद से गुस्साए लोगों ने एक दिन पहले मंगलवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। लोगों ने मुंबई की ओर जाने वाली सभी ट्रेन को रोक दिया था। गुस्साई भीड़ ने स्कूल में भी जमकर तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ करने वालों में कई महिलाएं भी शामिल थीं। जिन्होंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आखिर क्या-क्या हुआ बदलापुर में इस तरह समझें
मंगलवार को पूरा मामला सामने आया। इसके बाद हजारों लोगों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर वहां विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया। इसके चलते एक ओर जहां 12 एक्सप्रेस और मेल ट्रेन का मार्ग बदलना पड़ा। वहीं करीब 30 से अधिक ट्रेनों को भी आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा। लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों का रूट भी बदला गया।
बदलापुर में प्रदर्शनकरने वालों की भीड़ हिंसक हो गई। गुस्साए लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। रेलवे स्टेशन के नजदीक बस को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने किसी तरह नौ घंटे बाद लाठीचार्ज कर रेल पटरियों को प्रदर्शनकारियों से खाली करवाकर उनका विरोध प्रदर्शन खत्म किया।
वहीं पीड़ित बच्चियों के परिजनों पुलिस पर गंभी आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि शिकायत 12 घंटे बाद दर्ज की गई। सूत्रों की माने तो पुलिस की जांच में सामने आया है कि स्कूल में लगे सीसीटीवी बेकार थे। जिसका फायदा स्कूल के अटेंडेंट ने उठाया।
पीड़ित बच्चियों के परिजनों ने स्कूल पहुंचकर बच्चियों के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस का घंटों इंतजार किया। पुलिस ने इस मामले में लापरवाही की है।
आखिर सरकार को आना पड़ा सामने
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने पूरे मामले की जांच में कथित लापरवाही बरतने के लिए सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिस अधिकारियों को ततकाल निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल एसआईटी गठित की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी पीड़ित बच्चियों के परिजनों को स्कूल के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त को पूरे मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में करने के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये हैं।