अयोध्या। अयोध्या में अदालती आदेश के बाद भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है। मंदिर निर्माण का काम शुरू होने के साथ ही अयोध्या में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रामनगरी में आधारभूत संरचना का तेजी से निर्माण किया जा रहा है और सड़कों को चौड़ा करने, यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाने जैसे काम तेजी से किए जा रहे हैं।
- अयोध्या में तीन प्रमुख मार्ग बनाए जा रहे हैं
- ये श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रामनगरी के अनुरूप बनाए जाएंगे
- इसमें सहादतगंज से लता मंगेशकर चौक तक 13 किलोमीटर लंबा राम पथ मार्ग बनाया जा रहा है
- इसके साथ हनुमानगढ़ी से कनक भवन होते हुए राम जन्मभूमि तक भक्ति मार्ग बन रहा है
- सुग्रीव किला से राम जन्म भूमि के परिसर तक जन्मभूमि पथ का निर्माण किया जा रहा है.
लोक निर्माण मंत्री ने किया निरीक्षण
यूपी के लोक निर्माण मंत्री जतिन प्रसाद ने बुधवार यानी 8 दिसंबर को जन्मभूमि पथ का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि तय समय सीमा के अंदर जन्मभूमि पथ का निर्माण होगा और यह यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया जाए, इसके निर्देश उन्होंने दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में लेटलतीफी नहीं चलेगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री जतिन प्रसाद ने जन्मभूमि पथ, राम पथ और भक्ति पथ के प्रगति की रिपोर्ट प्रत्येक माह देने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया।
व्यवस्था ऐसी कि 1 लाख लोग कर सकेंगे दर्शन
बता दें कि रामनवमी से जन्मभूमि पथ का शुभारंभ जन्मभूमि परिसर तक किया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है. यात्री सुविधाओं से युक्त 80 फीट चौड़े रास्ते पर एक बार में एक लाख से ज्यादा लोग सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए रामलला के दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं से यह मार्ग पूरा किया जाएगा। इसमें यात्रियों के लिए विश्राम स्थल, प्रसाधन, पेयजल और सामान जमा करने की सुविधा रहेगी।
अयोध्या करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
अयोध्या के निर्माण पर न केवल यूपी के सीएम आदित्यनाथ की, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी की भी रुचि है। यह उन दोनों की आस्था का भी केंद्र है। इसलिए, यूपी सरकार यहां कोई कमी नहीं छोड़ रही है। पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि राम पथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ का निर्माण तेजी से हो रहा है। पूरी मुस्तैदी से पूरी गुणवत्ता का ध्यान देते हुए अयोध्या नगरी का विकास, यहां की सड़कों का विकास, मंदिर तक आने-जाने की व्यवस्थाएं और श्रद्धालु को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।