अतीक का जनाजा: क्या बुर्के में शामिल हुई थी शाइस्ता
डॉन माफिया अतीक अहमद की बीबी शाइस्ता पर पुलिस से लेकर तमाम जांच एजेंसिया नजर रख रहीं है। लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लग रहा है। तमाम प्रयासों के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। उत्तर प्रदेश से लेकर कई राज्यों की खाक छान चुकी पुलिस को अभी तक कहीं कोई कामयाबी नहीं मिली है। संभावना थी अतीक और अशरफ की हत्या के बाद जनाजे में शाइस्ता शामिल हो सकती है।
इसके लिए पुलिस ने भी अपनी पूरी तैयारी कर रखी थी। और हर एक आने जाने वाले पुलिस नजर भी रख रही थी। कई लोगों के पूछतांछ करने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। जब अतीक और अशरफ के शव दफनाने के लिए कसारी मसारी कब्रिस्तान ले जाया जा रहा था उस जनाजे में कई लोग शामिल थे। हालांकि पुलिस ने बड़ी सावधानी के साथ उस जनाजे में शामिल होने के अनुमति दी थी। लोगों की आईडी और अतीक से रिश्ता पूछा जा रहा था। इसके बाद ही कब्रिस्तान में प्रवेश मिलता था। चारों तरफ से सुरक्षाकर्मियों ने कब्रिस्तान घेर रखा था। इसी बीच एक बुर्के वाली महिला दिखी । वो बड़ी ही चतुराई के साथ कब्रिस्तान में प्रवेश भी कर गई,कुछ सुरक्षाकर्मियों ने उसकी आईडी भी देखी थी।
वो तो शाइस्ता थी!
कुछ ही देर में कब्रिस्तान के भीतर कानों कान खबर फैली की बुर्के वाली शाइस्ता थी वो अपने शौहर के जनाजे में शामिल होकर वापस चली गई। इसकी भनक खुफियों एजेंसियों को लगी तो पूरे महकमें हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि प्रयागराज से लेकर प्रदेश की राजधानी तक हलचल पैदा हो गई। मोबाइल पर की घंटियां बजने लगीं एक दूसरे से पूछते रहे कि वो महिला कहां गई।
गिने-चुने रिश्तेदारों को मिली थी अनुमति
अतीक के जनाजे में कुछ गिने—चुने रिश्तेदारों को शामिल होने की अनुमति मिली थी। चॅूकि देर शाम को जनाजा निकाला गया था। अंधेरा होने के साथ पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया था। हर एक चौराहे पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी उस बुर्के वाली महिला की जानकारी ली गई। देखने वाले तो बहुत थे लेकिन अचानक कहां चली गई ये कोई बताने वाला नहीं था।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बताया जा रहा है कि देर रात तक पुलिस और तमाम जांच एजेंसियों के प्रयास सफल हुए और और उस बुर्के वाली महिला को ढूंढ निकाला। काफी प्रयास और जांच पड़ताल के बाद पता चला कि वो बुर्के वाली कोई और नहीं बल्कि अतीक की बीबी शाइस्ता नहीं बल्कि उसकी बहन शाहीन थी। इसके बाद पुलिस और तमाम जांच एजेंसियों ने राहत की सांस ली।