मध्यप्रदेश कांग्रेस लगातार सिंधिया को गद्दार कहती है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने 24 कैरेट का गद्दार कहा।
मार्च 2020 से कांग्रेस ने गद्दार कहा सिंधिया को
मार्च 2020 में जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिराई तभी से कांग्रेस ने उनको गद्दार कहना शुरू कर दिया। कांग्रेस ने 28 सीटों पर उपचुनाव का थीम भी ज्योतिरादित्य सिंधिया और गद्दार पर रखा। कांग्रेस का हर छोटा बड़ा कार्यकर्ता सिंधिया को गद्दार कहने से नहीं चूकता। पिछळे दिनो एन एस यू आई की पूर्व अध्यक्ष रश्मि पंवार ने अपने शिवपुरी दौरे के दौरान सिंधिया को गद्दार कहा। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने तो सिंधिया को 24 कैरेट का गद्दार बताते हुए कहा कि कपिल सिब्बल की कांग्रेस में वापसी हो सकती है लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की कभी कांग्रेस में वापसी नहीं हो सकती।
सिंधिया समर्थकों का दावा वापस बुला रही कांग्रेस
सिंधिया को भले ही कांग्रेस गद्दार कहती है। लेकिन सिंधिया समर्थक मौके बे मौके आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस उऩको वापस बुला रही है। सिंधिया समर्थक मंत्री बिजेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उनको वापस बुला रही है। वहीं सिंधिया समर्थक हमेशा विवादों में भी बने रहते हैं।
कांग्रेस को क्यों खटकते है सिंधिया
मध्यप्रदेश कांग्रेस की नजरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया हमेशा खटकते दिखाई देते हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से शिवराज सिंह चौहान से ज्यादा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कांग्रेस निशाना साधती है। लेकिन क्या वजह है कि शिवराज से ज्यादा सिंधिया कांग्रेस को खटकते हैं
- 2018 में कांग्रेस ने 15 साल बाद मध्यप्रदेश में सरकार बनाई।
- 15 साल की सरकार 15 महीने में गिर गई
- 15 महीने में सरकार गिरने की वजह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे
- सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया और बंगलौर की होटल में चले गए
- अगर सिंधिया गुट बगावत नहीं करता तो कांग्रेस की सरकार पूरे 5 साल चलती।
सिंधिया अभी भी सेंध लगा सकते है कांग्रेस में
सिंधिया की बगावत के चलते कांग्रेस की सरकार गिर गई । वहीं सरकार गिरने के बाद भी कांग्रेस को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं सिंधिया फिर से कांग्रेस में सेंध न लगा दें। दऱअसल 18 साल कांग्रेस मे रहने के कारण सिंधिया की कांग्रेस के लोगों में भी घुसपैठ है यही वजह है कि कांग्रेस इस बात को लेकर डरती है कि कहीं सिंधिया फिर उनके किले में सेंध न लगा दें।