मध्यप्रदेश में इस साल के अंत मे विधानसभा चुनाव होना है। इन चुनावों के पहले प्रदेश में बड़ा फेरबदल हो सकता है। ये फेरबदल मध्यप्रदेश में सत्ता औऱ संगठन दोनों स्तर पर हो सकता है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद हो सकता है फैसला
दिल्ली में 16 और 17 जनवरी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। इस बैठक के बाद चुनावी राज्यों में बीजेपी आलाकमान फेरबदल कर सकते हैं.। साल के अंत में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव होना है । 2018 में बीजेपी इन तीनों ही राज्य में अपनी सरकार खो चुकी थी। हांलाकि ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बगावत के चलते मध्यप्रदेश में मार्च 2020 में वापस बीजेपी ने सरकार बना ली। इस सरकार का नेतृत्व फिर शिवराज सिहं चौहान को सौंप दिया जिसे लेकर पार्टी के अंदर काफी असंतोष है।
क्या हो सकता है बदलाव
2023 के चुनावों के पहले लगातार इस बात को लेकर बात हो रही है कि बीजेपी मध्यप्रदेश में अपने चेहरे और मोहरें बदल सकती है। बीजेपी गुजरात की तर्ज पर मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ सकती है। अगर बीजेपी ने गुजरात की तर्ज पर चुनाव लड़ा तो चुनावी साल में –
1 मुख्यमंत्री के साथ साथ पूरा मंत्रिमंडल बदला जा सकता है
2 चुनाव के पहले प्रदेश की कमान किसी ऐसे चेहरे को सौंप दी जाए तो विवादित न हो।
3 उसके साथ बीजेपी प्रधानमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ सके
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर है विवाद
सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश में बड़े बदलाव के तौर पर बीजेपी प्रदेश की कमान किसी ऐसे व्यक्ति को दे सकती है जिसके चेहरे पर किसी तरह का विवाद न हों। जिस चेहरे को प्रधानमंत्री के चेहरे के साथ जनता के बीच ले जाया जाए जिससे जनता फिर बीजेपी पर भरोसा जताए।दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 साल तक प्रदेश में मुख्यमंत्री रहें। इस दौरान उनपर व्यांपम, पोषण आहार घोटाला जैसे कई मामलों में गंभीर आरोप लगे हैं।
बदले जा सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा का कार्यकाल भी फरवरी में पूरा हो रहा है।
अटकले हैं कि संगठन में ऩई जान फूंकने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का भी चेहरा बदल सकती है। क्योंकि
1 बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के काम करने के तौर तरीकों से बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ता खुश नहीं है।
2 सिधिंया समर्थकों के बीजेपी में आने से बीजेपी का मूल कार्यकर्ता नाराज हैं।
सूत्रों की माने तो प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा इस तरह की स्थितियों को ठीक से सम्हाल नहीं पा रहे है।
चुनाव के पहले बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के नाराज नहीं कर सकती इसलिए संगठन के चेहरे को भी बदला जा सकता है।
कई नाम हैं चर्चा में
प्रदेश की कमान किसे सौंपी जाए इसे लेकर कई सारे नामों पर चर्चा चल रही है। इसमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिहं तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम भी जोर शोर से चर्चा में चल रहा है।