Republic day 2023: देश भर में आज गणतंत्र दिवस का उल्लास नजर आ रहा है। देश भर के साथ ही मध्यप्रदेश में भी ध्वजारोहण किया गया, तिरंगे की सलामी ली गई। मुख्य समारोह भोपाल के लाल परेड मैदान पर आयोजित किया गया। जहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने ध्वजारोहण किया। वहीं जबलपुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस दौरान सीएम शिवराज ने बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ा ऐलान किया। मध्यप्रदेश सरकार इस साल एक लाख लोगों को नौकरी देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को 74वें गणतंत्र दिवस पर की। मुख्यमंत्री शिवराज ने जबलपुर में कहा आज हम सभी भारतवासियों को यह दिन उन अमर शहीद बलिदानियों के सर्वस्व न्यौछावर करने से मिला। जिन्होंने मां भारती की स्वतंत्रता के लिए जीवन बलिदान कर दिया। हम सभी अमर शहीदों को नमन करते हैं। नर्मदा परिक्रमा पथ और नर्मदा कॉरिडोर का तीन चरणों में विकास किया जाएगा, जो अद्भुत होगा। सरकार इस साल एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी देगी।
भारत ने दिया दुनिया को ज्ञान,प्रेम और आत्मीयता का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा भारत प्राचीन और महान राष्ट्र है। हमारा हजारों साल पुराना इतिहास है। जब दुनिया के विकसित राष्ट्रों में सभ्यता का सूर्य उदय नहीं हुआ तब हमारे यहां वेदों की रचना हो गई थी। भो दुनिया को ज्ञान, प्रेम, आत्मीयता का संदेश भारत ने दिया। मुझे बचपन याद आ रहा है। तब हम एक गाना सुनते थे- कल का हिंदुस्तान जमाना देखेगा। आज मैं कह रहा हूं कि कल यह गीत था, आज गर्व के साथ कहता हूं कि कल का यह गीत आज जमाना देख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का निर्माण हो रहा है। भारत तेज गति से प्रगति कर रहा है।
नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले भी बनें
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सामाजिक समरसता के साथ सभी वर्ग के कल्याण के मंत्र के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। इस साल एक लाख से अधिक सरकारी नौकरियों की भर्ती की जाएगी। मैं चाहता हूं कि सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं, बेटे-बेटियां अपना रोजगार भी शुरू करें। हमारा संकल्प है कि गांव में रहने वाली बहनों की भी आय दस हजार महीना होनी चाहिए। बच्चों आप नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें। इसलिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना है। स्टार्टअप के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी।
सीएम राइज स्कूल में बच्चे बस से आएंगे पढ़ने
देश आजाद हुआ, अंग्रेज चले गए, लेकिन अंग्रेजी बनी रही। जब दूसरे देश अपनी भाषा में उच्च शिक्षा की व्यवस्था कर सकते हैं, तो हम क्यों नहीं? मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक कदम बढ़ाया और मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई की हिंदी में शुरुआत की। गांवों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए 20 से 25 किमी के दायरे में सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, लैब, लाइब्रेरी और प्ले ग्राउंड यहां सब होगा। बच्चे बस से स्कूल पढ़ने आएंगे। हमने मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना बनाई। अब मैं इस योजना का विस्तार कर रहा हूं। अब किसी भी कारण से अगर किसी बच्चे के माता-पिता नहीं है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी होगी कि उन बच्चों के आवास और शिक्षा दीक्षा की व्यवस्था करे।