अमेरिका के नए निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में पद की शपथ लेने वाले हैं लेकिन शपथ लेने से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। उनके इस नए तेवर से दुश्मन देशों के माथे पर परेशानी की लकीर दिखाई देने लगी है।
- नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चली नई चाल
- इजरायल की कट्टर समर्थक मानी जाती हैं एलिस स्टेफनिक
- रिपब्लिकन कांग्रेस सदस्य एलिस स्टैफनिक
- संयुक्त राष्ट्र यूएन में अगले राजदूत के तौर पर नामित
- संयुक्त राष्ट्र में एलिस की नियुक्ति से ईरान परेशान
- यूएन में ईरान के लिए किसी नई मुसीबत से कम नहीं
दरअसज डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की कट्टर सहयोगी और विदेश नीति की पक्षधर मानी जाने वाली रिपब्लिकन कांग्रेस सदस्य एलिस स्टैफनिक को संयुक्त राष्ट्र यूएन में अगले राजदूत के तौर पर नामित किया है। संयुक्त राष्ट्र में एलिस स्टेफनिक की यह नियुक्ति ईरान के लिए किसी नई मुसीबत से कम नहीं मानी जा रही है।
इजरायल की कट्टर समर्थक मानी जाती हैंं एलिस स्टैफनिक
ईरान के सामने मुसीबत खड़ी हो सकती है। एलिस स्टैफनिक इजरायल की कट्टर समर्थक मानी जाती हैंं और गाजा पट्टी में जारी इसराइल कार्रवाई का समर्थन भी वे पहले कर चुकी हैं। एलिस ने अमेरिका के कॉलेज परिसरों में हुए फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों के बीच यहूदी विरोधी घटनाओं के बारे में बार-बार ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया था। एलिस ने प्रदर्शन को यहूदी कि यहूदियों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया था।
UN में इजरायली दूत ने किया स्वागत
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के दूत डैनी डैनन ने स्टेफनिक के नामांकन का तहेदिल से स्वागत किया है। उनकी अटूट नैतिक स्पष्ट को लेकर प्रशंसा की। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका की ओर से स्टेफनिक के दूत बनने के बाद संयुक्त राष्ट्र में इसराइल को अमेरिका का पूरा समर्थन मिलने की उम्मीद है। इसके बाद वह कई मुद्दों पर ईरान को संयुक्त राष्ट्र के भीतर घेर सकता है। अगर डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव की सीनेट की ओर से पुष्टि कर दी जाती है तो न्यूयॉर्क से कांग्रेस सदस्य एलिस अब कैरियर राजनीतिक लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड का स्थान हासिल करेंगी जो साल 2021 से UN में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करतीं आ रहीं हैं।
(प्रकाश कुमार पांडेय)