क्या इंडिया गठंबधन में अखिलेश को लेकर हो रही है बड़ी साजिश
क्या इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर बड़ी साजिश हो रही है। ये सवाल पटना के गांधी मैदान की जनविश्वास रैली को लेकर खड़ा हो रहा है। जनविश्वास रैली में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बीच के इक्वेशन दिखे उसे देखकर तो यही लगता है।
पटना की रैली में जुटे गठबंधन के दिग्गज
पटना के गांधी मैदान में जनविश्वास रैली का समापन हुआ। रैली के समापन के समय एक मंच पर लालू प्रसाद यादव उनके बेटे तेजस्वी यादव , समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी। रैली में मौजूद भीड़ और उस भीड़ को संबोधित करने के लिए बिहार की माटी मे रचे बसे खाटी बिहारी नेता लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। इस दौरान तेजस्वी और राहुल के बीच में गजब की केमेस्ट्री देखी गई।
तेजस्वी यादव जब न्याय यात्रा में पहुंचे तो उन्होंने राहुल गांधी के लिए गाड़ी ड्राइव करी।
वही राहुल गांधी ने जब तेजस्वी के साथ मंच शेयर किया तो तेजस्वी और अखिलेश की तस्वीरें कांग्रेस ने जमकर शेयर की। अगर उत्तरप्रदेश और बिहार के राजनीति के देखें तो इन दो नेताओं का एक साथ एक मंच साझा करने की तस्वीर बहुत कुछ बयां करती है। उत्तरप्रदेश में अखिलेश का पीडीए और बिहार में आर जे डी का पिछड़ा और अति पिछ्ड़ा कार्ड दोनों ही इस एक तस्वीर से साधे जा रहे हैं।
क्या है कांग्रेस के तस्वीरे शेयर करने के मायने
जानकारों की माने तो इस तस्वीर के जरिए कांग्रेस एक तीर दो निशाने साध रही है। पहला तो ये कि तस्वीर से कांग्रेस बीजेपी के साथ साथ अखिलेश यादव को भी संदेश देने की कोशिश कर रही है। बीजेपी को संदेश दिया जा रहा है कि यूपी और बिहार के दो बड़े ओबीसी चेहरे इंडिया गठबंधन के साथ हैं । वहीं दूसरा अखिलेश यादव के लिए भी संदेशा है कि इंडिया गठबंधन में वो अकेले यादव नेता नहीं है बल्कि उनसे बड़ा रसूख बिहार में तेजस्वी का है।
लालू ने बढाया मोदी का परिवार
जन विश्वास रैली के समापन पर लालू यादव ने एनडीए गठबंधन के साथ साथ बीजेपी को जमकर घेरा । लालू ने बीजेपी के परिवार वाद की राजनीति पर भी काउंटर किया। लालू का काउंटर इतना जोरदार था कि बयान से ही पूरे देश में बवाल मच गया। वहीं बीजेपी ने भी पलटवार में मैं मोदी का परिवार कैंपेन शुरू कर दी।
इंडिया गठबंधन की नींव मजबूत कर रहा है लालू परिवार
जनविश्वास रैली और उसके समापन पर जुटी भीड़ से ये तो साबित हो गया कि लालू और उनका परिवार उत्तरप्रदेश में इंडिया गठबंधन की नींव मजबूत कर रहा है।