Allahabad University Fee: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का मामला अब जोर पकड़ रहा है। मामले ने अब हिंसक रूप ले लिया है। 19 दिसंबर यानी सोमवार की शाम विश्वविद्यालय में सेक्योरिटी गार्ड और छात्रों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय परिसर में आगजनी और तोड़फोड़ की।
- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने सितंबर माह में फीस बढ़ाई थी
- अभी विद्यार्थी इसके विरोध में उतरे हुए हैं
- विश्वविद्यालय का तर्क है कि यह बढ़ोतरी 100 साल बाद हुई है
छात्रों का विरोध-प्रदर्शन
छात्र पूरी तरह इस फीस वृद्धि के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि प्रशासन ने सीधे 300 से 400 गुना फीस बढ़ाई है, और वे इसका विरोध करते हैं। नया सर्कुलर जारी होते ही अलग-अलग छात्र संगठन, इस फैसले के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। कुछ विद्यार्थी आमरण अनशन पर भी बैठे हैं।
बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने सितंबर माह में फीस वृद्धि की घोषणा की के समय कहना था कि प्रशासन ने 100 साल बाद फीस में इजाफा किया है। विश्वविद्यालय का तर्क है कि केंद्र सरकार ने ग्रांट में कमी की है ऐसे में फीस बढ़ानी पड़ी। हालांकि, फीस वृद्धि के बावजूद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अभी भी बाकी विश्वविद्यालयों की तुलना में पढ़ाई का खर्चा काफी कम है।