ब्रिटेन में बढ़ती खालिस्तानियों की आक्रामकता और भारत विरोधी रैली के बीच नई दिल्ली में भारत और ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें खालिस्तानियों द्वारा भारतीय राजनयिकों को दी जा रही धमकियों, द्विपक्षीय सहयोग और साझा हितों से जुड़े हुए सभी जरूरी मुद्दों पर चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने ब्रिटेन के अपने समकक्ष टिम बैरो के समक्ष लंदन में खालिस्तानियों के दिनों दिन बढ़ते जा रहे हौसले, भारतीय राजनयिकों को दी गई धमकी और हिंसात्मक प्रदर्शनों के मामले को पूरी गंभीरता के साथ उठाया गया। साथ ही ब्रिटेन से इन कट्टरवादी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। दोनों पक्ष आतंकवाद से मुकाबले, उसके वित्त पोषण को लेकर और अधिक गहनता से काम करने को लेकर सहमत हैं। इसके अलावा दोनों आपसी लाभ से जुड़ी हुई चुनौतीपूर्ण और उभरती हुई तकनीक के मामले में भी सहयोग को प्रगाढ़ करने को लेकर राजी हुए हैं।
इस साल में हुई दूसरी मुलाकात
गौरतलब है कि भारत के एनएसए अजीत डोभाल और ब्रिटेन के एनएसए टिम बैरो के बीच हुई इस साल की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों 30 मार्च 2023 को लंदन में एक अनौपचारिक मुलाकात के दौरान मिले थे। यह उच्चस्तरीय मुलाकात भी लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए खालिस्तानियों के हमले और विरोध-प्रदर्शन के बाद हुई थी। 19 मार्च को खालिस्तानी समर्थकों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग परिसर के बाहर एक हिंसात्मक प्रदर्शन किया था। जिसमें एक प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायोग की बालकनी पर चढ़ गया था और उसने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को उतार दिया था। भारत ने हालांकि इस विषय को ब्रिटेन के शीर्ष अधिकारियों के समक्ष उठाते हुए मामले में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया था।
निज्जर की हत्या से भड़के खालिस्तानी
यहां बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की बीते दिनों कनाडा में हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद से खालिस्तानी समर्थक लगातार भारत के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। कनाडा के अलावा वह दुनिया के बाकी देशों में भी खासे एक्टिव नजर आ रहे हैं। जिसमें ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं। निज्जर की हत्या को लेकर खालिस्तानियों का आरोप है कि उसके पीछे कनाडा में तैनात भारतीय राजनयिक शामिल हैं। इसलिए इनकी हत्या की धमकी दी गई है। इसके अलावा 15 जून को खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के मुखिया और आतंकी अमृतपाल सिंह के हैंडलर अवतार सिंह खांडा की बर्मिंघम के एक अस्पताल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस घटना को भी खालिस्तानियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। जिसके बाद से वह बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं।