उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसमें कई तरह की खास आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। रामजन्म भूमि परिसर में श्रद्धालुओं की हर जरुरी सुविधा का घ्यान रखा जा रहा है। इस बीच जानकारी सामने आई है अब राम मंदिर पर भूकंप का भी असर नहीं होगा। क्योंकि इसके लिए मुंबई के भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर ने डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी में जियो स्टेशन स्थापित किया गया है। इस खास टेक्नोलॉजी के माध्यम से भूकंप आने के करीब 24 घंटे पहले ही उसकी जानकारी मिल जाएगी। जिससे भूकंप से पहले ही जान माल की सुरक्षा हो सकेगी।
- श्रीरामजन्मभूमि परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- राममंदिर सिर्फ भव्यता बल्कि तकनीक के मामले में भी अव्वल
- राममंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों का दावा
- 8.0 रिक्टर की तीव्रता वाले भूकंप से भी सुरक्षित रहेगा राम मंदिर
- प्राकृतिक आपदाओं से मंदिर को बचाने का पुख्ता इंतजाम
- विशिष्ट तकनीक का किया जा रहा इस्तेमाल
- कम से कम एक हजार साल तक अक्षुण्ण रहेगा राममंदिर
- मंदिर निर्माण में नहीं किया गया लोहे का प्रयोग
- भूकंपरोधी है राममंदिर की नींव
राम जन्मभूमि पथ से राम मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते को लेकर भी पुख्ता तैयारी की जा रही है। रास्ता कैसा होगा। इसकी तस्वीर साझा की गई हैं। श्रद्धालुओं को अयोध्या में जन्मभूमि मार्ग पर प्रवेश करने के लिए दो स्तंभों वाले स्वागत
द्वार से होकर गुजरना होगा। मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले एक सुरक्षा पाइंट भी स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही जन्मभूमि पथ पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष कैनोपी भी लगवाई जाएगी। जिसका मॉडल भी सोशल मीडिया पर जारी किया गया है। इतना ही नहीं इन सबके अतिरिक्त भी अयोध्या को प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित रखने के लिए अवध यूनिवर्सिटी में भूकंप रेडॉन जियो स्टेशन स्थापित किया गया है। यह भूकंप आने से करीब 24 घंटे पहले अलर्ट जारी कर देगा।
मंदिर परिसर में कई सुविधाओं का किया इंतजाम
राम जन्म भूमि परिसर में श्रद्धालुओं और बाहर से आने वाले यात्री सुविधाओं के साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। यानी जन्मभूमि पथ से राम मंदिर तक पहुंचाने को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है। इस पर तेजी के साथ शुरू किया गया गया है। जन्मभूमि पथ पर यात्री सुविधाओं को विकसित करने के साथ सुरक्षा के भी अलग-अलग पॉइंट निर्धारित किए गए हैं। वहीं जन्मभूमि पथ से श्रद्धालुओं के सुविधा केंद्र तक पहुंचने के लिए एक बैग स्कैनर प्वाइंट के साथ राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश द्वार के पहले इसे बनाया जा रहा है। सुरक्षा प्वाइंट के साथ जन्मभूमि मार्ग पर प्रवेश के लिए दो स्तंभ वाले स्वागत द्वार और जन्मभूमि पथ पर यात्रियों के लिए केनोपी को भी तैयार किया जा रहा है। जिसकी अलग अलग मॉडल तस्वीर सामने आई है। अयोध्या में बनाए जा रहे भव्य राम मंदिर ही नहीं शहर को भी स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है।