बिहार में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए तीन दिनी विशेष अभियान शुरू होने जा रहा है। यह अभियान 26 से 29 मई तक चलेगा। बता दें आयुष्मान भारत योजना की प्रगति में बिहार देशभर में तीसरे स्थान पर है। बिहार में अब तक 20 लाख 50 हजार जरूरतमंद लोगों को केन्द्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मिल चुका है। इसमें अब तक करीब 2600 करोड़ से अधिक की राशि खर्च भी की गई है।
अभियान की मुख्य बातें
- तारीखें: 26 मई से 29 मई यानी 3 दिन
- लाभ: पात्र लाभार्थियों को ₹5 लाख तक का वार्षिक मुफ्त स्वास्थ्य बीमा
- स्थान: पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर CSC,
- सरकारी अस्पताल, पंचायत भवन आदि में शिविर लगाए जाएंगे
- आयुष्मान भारत योजना की प्रगति में तीसरे स्थान पर बिहार
आयुष्मान कार्ड के लिए दस्तावेज़ ज़रूरी
- राशन कार्ड या अन्य पहचान पत्र
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
सरकार का लक्ष्य
बिहार स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि जिन लोगों का अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। उन्हें इस दौरान जोड़ना। केन्द्र सरकार की योजना को लेकर चलाए जाने वाले इस अभियान का मुख्य लक्ष्य गरीब और वंचित तबकों को स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ना है। जिससे वे गंभीर बीमारियों के इलाज का खर्च वहन कर सकें।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने पिछले दिनों पटना के बापू टावर में आयोजित एक कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान कहा कि 26 मई से विशेष अभियान चलेगा।
मंत्री पांडेय पटना में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत नव सूचीबद्ध 68 निजी अस्पतालों के उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना PMJAY के तहत एक तीन दिवसीय विशेष अभियान की घोषणा की है। जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक पात्र हितग्राही लोगों को आयुष्मान योजना में शामिल कर उनके कार्ड जारी करना है। यह अभियान 26 मई से 29 मई तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। बिहार में जिला, अनुमंडल, प्रखंड, पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्र, सी.एस.सी. केंद्र, जन वितरण प्रणाली केंद्र औरअपने मोबाइल के माध्यम से भी हितग्राही खुद भी आयुष्मान कार्ड बनवाकर 5 लाख रुपये तक की हेल्थ पॉलिसी प्रति परिवार को हर साल लाभ हासिल कर सकते हैं।