भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कल से टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. मैच लंदन के ओवल मैदान में होगा. भारत लगातार दूसरी बार फाइनल मुकाबला खेलने वाला है. पिछली बार के फाइनल में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड़ के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि इस बार का फाइनल थोड़ा अलग होने वाला है. आईसीसी ने मैच को रोचक बनाने के लिए फाइनल मुकाबले के नियमों में कुछ बदलाव किए है. इन बदलावों से फैंस का मजा दोगुना होने वाला है. चलिए आपको इन नए बदलावों के बारे में बताते हैं.
1. फ्लड लाइट्स में हो सकता है खेल
इंग्लैंड में होने वाले मैचों में मैदान पर बादल छाएं रहते है और नेचुरल लाइट अच्छी नहीं रहती है, जिससे अंपायर गेम को रोक देते है. लेकिन इस फाइनल में नियमों में बदलाव लाया गया है. बादल छाएं रहने पर मैदान में फ्लड लाइट्स ऑन किए जा सकते हैं.हालांकि फाइनल मैच पूरा हो सके, इसलिए आईसीसी ने एक रिजर्व डे भी रखा है.
2. सॉफ्ट सिग्नल का रूल खत्म
फाइनल मुकाबले में इस बार सॉफ्ट सिग्नल रूल का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. सॉफ्ट सिग्नल रूल में मैदानी अंपायर के पास किसी डाउट वाले डिसिजन में तीसरे अपांयर को सॉफ्ट सिग्नल देने का अधिकार रहता है. यह सॉफ्ट सिग्नल कई बार गलत होने के बावजूद भी खिलाड़ियों के आउट होने की वजह बनता है. इसी वजह से सॉफ्ट सिग्नल रूल पर कई बार विवाद भी हो चुका है , जिसके चलते आईसीसी ने अब इसे बैन ही कर दिया है.
3. पहनना होगा हेलमेट
खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने यह नया रूल इंटड्यूस किया है. रूल के मुताबिक अगर कोई फॉस्ट बॉलर बॉलिंग ड़ाल रहा है तो बैट्समैन के साथ साथ विकेटकीपर को भी हेलमेट पहनना पडे़गा. इसके अलावा फील्डर्स जो बैटर्स के करीब खड़े हों, उनका भी नए नियम के बाद हेलमेट पहनना जरूरी हो गया हैं.
आईसीसी ने ये नए नियम 1 जून से टेस्ट मैचों में लागू कर दिए है. वहीं आईसीसी ने वनडे और टी20 के नियमों में भी मामूली बदलाव किए है. अब अगर फ्री हिट के दौरान गेंद स्टंपस पर लगती है और खिलाड़ी उस गेंद पर रन लें लेता है तो उन रनों को टीम और खिलाड़ी के स्कोर में जोड़ा जाएगा.