उत्तर प्रदेश का डॉन माफिया मुख्तार अंसारी इन दिनों सलाखों के पीछे है। उसकी अपनी करनी की सजा पूरा परिवार भुगत रहा है। अंसारी ने कभी सोचा नहीं होगा कि उसे उसकी करनी की इतनी बड़ी सजा मिलेगी। वजह ये थी कि अंसारी अधिकांश मामलों में कानूनी दांव पेंच और राजनैतिक पहुंच के चलते बचता रहा है। लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार आई तो अपराधियों और माफियाओं पर शिकंजा कसता चला गया। 32 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड में जब वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट ने आजीवन उम्र कैद की सजा सुनाई तो मुख्तार अंसारी तनाव में आ गया। अब अंसारी की एक एक रात दहशत में बीत रही है।
क्या था पूरा मामला?
करीब तीन दशक पहले जब कांग्रेस नेता अवधेश राय अपने भाई अजय राय के साथ घर के बाहर खड़े थे तभी एक वैन आई और उसमें बैठे कुछ बदमाशों ने तड़ातड़ गोलियां चलाना शुरु कर दिया। देखते ही देखते अवधेश राय को छलनी कर दिया। जब उन्हे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वाराणसी के चेतगंज थाना इलाके में हुई इस घटना के बाद अजय राय ने अपने भाई की हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगाया था। अवधेश राय हत्याकांड में पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश श्रीवास्तव उर्फ राकेश न्यायिक को भी आरोपी बनाया गया।
सजा सुनते ही माथ पकड़कर बैठ गया अंसारी
पूरे उत्तर प्रदेश में दहशत का पर्याय बना मुख्तार अंसारी के चहरे पर दशहत और तनाव देखने को मिला। बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा का कहना है कि जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से मामले की सुनवाई हो रही थी तभी मुख्तार को अवधेश राय हत्याकांड में उम्र कैद की सजा हुई तो माथ पकड़कर काफी देर तक बैठा रहा। कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं था। काफी देर तक इसी स्थिति में बैठा अंसारी फिर सामान्य हुआ और उसने पानी मांगा। और बोला या खुदा…रहम कर…!
ये रही अवधेश राय की हत्या की वजह
कांग्रेस नेता अवधेश राय भी दबंगई में किसी से कम नहीं थे। जिसके चलते उनका सीधा पंगा डॉन मुख्तार अंसारी से चलता रहता था। फिर चंदासी कोयला मंडी की वसूली और अवधेश राय की दबंगई इस हत्या का मुख्य कारण बन गई। बताया जाता है कि अवधेश राय बृजेश सिंह के करीबी थे और अपनी दबंग छवि के चलते चंदासी कोयला मंडी जहां मुख्तार अंसारी का एकछत्र राज चलता था, उस कोयला मंडी से लेकर वाराणसी के तमाम व्यापारियों और बाजारों से मुख्तार अंसारी की वसूली में अवधेश राय अड़ंगा बन गए थे। इसी अडंगे को हटाने के लिए मुख्यतार अंसारी पर अवधेश राय की हत्या के आरोप लगे थे।