मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस इस बार चुनाव से पहले टिकट का एलान कर सकती है। इसके लिए उसके नेता तेजी से तैयारियों में जुटे हुए हैं। पिछले दिनों दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के साथ मध्यप्रदेश के नेताओं की लंबी बैठक हुई। जिसमें कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, अजय सिंह राहुल और अरुण यादव सहित मप्र कांग्रेस के तमाम सीनियर नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में 150 सीटों पर जीतने का दावा भी किया था।
- चुनावी तैयारी में जुटी कांग्रेस
- इस बार 150 सीट जीतने का लक्ष्य
- बीजेपी से पहले होंगे प्रत्याशी घोषित
- जून में ही आएगी प्रत्याशियों की पहली सूची
हालांकि राहुल गांधी मप्र में मुख्यमंत्री पद के चेहरा कौन होगा लेकर किए गए सवाल को टाल गए। राहुल गांधी के इस बयान के बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भी सीएम फेस को लेकर किए गए सवाल पर किनारा कर लिया। भोपाल में अजय सिंह से पूछा गया कि क्या दिल्ली में सीएम पद के चेहरे को लेकर कमलनाथ का नाम तय हो गया है तो अजय सिंह ने कहा आपने राहुल गांधी का बयान देख ही लिया है इससे ज्यादा मुझे कुछ कहना नहीं हैं।
क्या कमलनाथ ही होंगे चुनाव में चेहरा
वहीं प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा हर चुनाव में उम्मीदवार थोड़ा देर से तय होते थे। लेकिन इस बार जून में प्रत्याशियों की लिस्ट निकलना शुरु हो जाएंगी। तैयारी और रणनीति नहीं बता सकते। हमारा सिर्फ एक लक्ष्य है 150 पार है। वहीं दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भोपाल के गोविन्दपुरा में कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा- हमेशा याद रखिए ये संसदीय लोकतंत्र है। संसदीय लोकतंत्र में डायरेक्ट मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं होता। विधानसभा के सदस्य जिस पार्टी का बहुमत आता है उसके द्वारा चयन होता है। तो ये जो कहा गया है वो अपने हिसाब से ठीक है। लेकिन मैं समझता हूं कि मप्र के 99 प्रतिशत लोगों की जनभावना ये है कि कमलनाथ जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए। वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी हारी हुई 66 सीटों पर कैंडिडेट जल्द घोषित करने पर कहा कि इसपर चर्चा चल रही है। कमलनाथ हमारी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं। चुनाव समिति बनेगी। और फिर केन्द्रीय चुनाव समिति ये तय करेगी।