राजस्थान में सचिन पायलट का अल्टीमेटम कांग्रेस ने दरकिनार कर दिया है। सचिन पायलट ने जो मांग उठाई थी उसे लेकर कांग्रेस आलाकमान पायलट से नाराज है। यहीं वजह है कि अल्टीमेटम के बावजूद पायलट को कांग्रेस आलाकमान ने वार्ता के लिए नहीं बुलाया है और न ही समझाइस का प्रयास किया है। अब 26 मई को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खडगे ने सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस प्रभारीी सुखजिंदर सिंह रंधावा को दिल्ली तलब किया है। इस दौरान विधानसभा चुनाव के साथ ही राज्य के सियासी हालात पर भी मंथन किया जा सकता है।
- सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस हाईकमान गंभीर नहीं
- पायलट ने निकाली थी जनसंघर्ष यात्रा
- 11 से 15 मई तक अजमेर से जयपुर तक की थी यात्रा
- गहलोत सरकार के खिलाफ की थी यात्रा
पायलट से दूरी बनाए हुए हैं कांग्रेस से दूरी
बता दें सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को अपनी मांगे मानने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन सीएम गहलोत ने पायलट की मांगों के संबंध में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी। जबकि कांग्रेस पार्टी भी सचिन पायलट से दूरी बनाए हुए है। पिछले दिनों सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ अजमेर से जयपुर तक जनसंषर्घ यात्रा निकाली थी। जिसमें आरपीएससी का पुनर्गठन, पेपर लीक पीड़ितों को मुआवजा और वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के घोटालों की जांच की मांग की थी। इतना ही नहीं पायलट ने उनकी मांग पूरी न होने पर बड़े आंदोलन करने की धमकी तक दे डाली थी। हालांकि कांग्रेस और पार्टी हाईकमान ने पायलट की मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई।
हाईकमान ने पायलट के अल्टीमेटम को किया दरकिनार
राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि ऐसा लग रहा है कि जैसे कांग्रेस ने सचिन पायलट के आंदोलन, अल्टीमेटम और विरोध को दरकिनार कर दिया है। दूसरी तरफ खड़गे ने अब गहलोत और डोटासरा को 26 मई को दिल्ली तलब किया है। माना जा रहा है कि बैठक में सीएम गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी वरिष्टठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ पार्टी के सह प्रभारी भी शामिल हो सकते हैं। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी संगठन को राज्य में कैसे मजबूत किया जाए और चुनावी रणनीति क्या हो इस पर चर्चा होगी। जब कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख नेता साथ बैठेंगे तो साफ है कि सचिन पायलट के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। ऐसे में देखना होगा कि 11 से 15 मई तक निकाली गई जनसंघर्ष यात्रा के दिया गया 15 दिन का अल्टीमेटम पूरा होने पर सचिन का अगला कदम क्या होगा। या इससे पहले पार्टी कोई बड़ा फैसला करेगी।