कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है। बीजेपी की हार और कांग्रेस की जीत ने पार्टी नेताओं को चिंता में डाल दिया है। कर्नाटक में रुझानों के साथ ही कमल मुरझाने लगा था। मध्यप्रदेश ही नहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बीजेपी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की नजर भी सुबह से कर्नाटक चुनाव के रूझानों पर थी। दलअसल साल के अंत में इन तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होना हैं। माना जा रहा है कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजे आने वाले इन राज्यों के चुनाव पर भी असर डाल सकते हैं।
- बीजेपी में चिंतत मनन,कांग्रेस में जश्न
- मप्र, छग और राजस्थान में अब विस चुनाव
- परिणाम का तीनों राज्यों में कितना असर
- कितना असर डालेंगे कर्नाटक के परिणाम
- मप्र में बीजेपी के सामने हैं कई चुनौतियां
- राजस्थान में गहलोत—पायलट में ‘रार’
- मजबूत स्थिति में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार
अब इन तीनों राज्यों में बीजेपी कांग्रेस के नेता अपनी अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। बात करें मध्यप्रदेश की तो कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश में सरकार बचाना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। क्योंकि सत्ता के सिंहासन पर काबिज बीजेपी ने चौथी बार जोड़ तोड़ करके सरकार बनाई थी। 2018 के विधानसा चुनावों में बीजेपी को हार मिली थी लेकिन 2020 में सरकार बना ली। मध्यप्रदेश में बीजेपी के सामने अब भी वो चुनौतियां है जो 2018 में थी। राजस्थान की बात करें तो वहां सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच तकरार जारी है। पायलट जनसंघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं। छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस सबसे मजबूत स्थिति में है।
सिंहदेव नहीं बन सके सिंधिया
सीएम भूपेश बघेल लगातार भेंट मुलाकात के जरिए लगातार लोगों से मिल रहे है और बीजेपी यहां बिखरी हुई नजर आ रही है। हालांकि ढाई ढाई साल के सीएम के मुद्दे को लेकर सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच तकरार दिखाई दी थी,लेकिन सिंहदेव ने सिंधिया और पायलट की तरह अपने कड़े तेवर नहीं दिखाए। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि तीन हिंदी भाषी राज्यों के चुनावों को 2024 के सेमीफायनल के तौर पर देखा जाता है और यही कारण है कि कर्नाटक के नतीजे बीजेपी को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी डरा रहे हैं।
गहलोत का दावा-राज्य में फिर बनेगी कांग्रेस की सरकार
वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनता के बाद आए परिणाम से कांग्रेस खुश है। यह खुशी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत में भी देखने को मिली। गहलोत ने ट्वीट मेंं दावा किया है कर्नाटक जैसा परिणाम आने वाले विधानसभा चुनावों में भी होगा। गहलोत ने कहा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को इस प्रदर्शन का क्रेडिट जाता है। इस दौरान गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। उन्होंने कहा शानदार कैंपेन किया गया है। कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार दिया है। विकास की राजनीति को चुना है। अब राजस्थान के साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगना में इसी परिणाम की पुनरावृत्ति होगी।
मोदी का चेहरा नाकाम, ये बीजेपी की नही मोदी की हार-भूपेश
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की हार दरअसल पीएम नरेन्द्र मोदी की हार है। भूपेश बघेल ने कहा कर्नाटक में बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर वोट मांगे थे। लेकिन मोदी जहां जहां गए वहां वहां बंटाधार हो गया। बघेल ने कहा कि कर्नाटक का परिणाम कांग्रेस के उम्मीद के अनुरूप रहा है। कर्नाटक में बजरंग बली का गदा भ्रष्टाचारियों पर चला है। पूरे कर्नाटक की सत्ता से बीजेपी का सफाया हो गया है।
भ्रष्टाचार की हार हुई-उमंग सिंघार
कर्नाटक में चुनाव परिणाम आने पर कांग्रेस की सरकार बनी है। परिणाम के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी जीत का जश्न मनाया। जीत की खुशी में फटाखे फोड़े, एक दूसरे को मिठाई खिलाई और जश्न मनाया। कर्नाटक के परिणाम को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता काफी खुश नजर आए। पूर्व मंत्री और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रभारी रहे उमंग सिंगार ने कहा कि जनता ने अपना जवाब दे दिया है। भ्रष्टाचार की हार हुई है। मोदी का जादू खत्म हो गया है। ये देश के नागरिकों की जीत है। 40 परसेंट कमिशन वाली सरकार की हार है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब मध्य प्रदेश की बारी है। यहां भी कांग्रेस सरकार बनाएगी।