विपक्ष सरकार को घेरता है तो माना जाता है कि जनहित के मुदृदे उठाना विपक्ष का काम है। लेकिन जब अपनों के निशाने पर सरकार आती है तो मामले की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। कुछ इसी तरह नीतीश सरकार अपनों के निशाने पर आ गई है। यहां जेडीयू के साथ सरकार चला रही राजद की महिला शक्ति ने कुछ चौंकाने वाले सवाल उठाए हैं जिससे नीतीश सरकार घिरती हुई दिखाई दे रही है।
. आरजेडी ने मांगी लोकसभा की 20 सीटें
. सीटों के बंटवारे पर नहीं बन पाती सहमति
. बिहार में महिला आयोग के गठन की मांग
. महिला पहलवानों का किया समर्थन
. भाजपा पर साधा निशाना
माना जा रहा है कि राजद और जेडीयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। किसी न किसी मुदृदे को लेकर आए दिन खटपट होती रही है। हालांकि कई बार इस आशय की खबरें भी सामने आईं है कि आने वाले समय में दोनों ही दल अलग रास्ता अपना सकते हैं। इन्ही खबरों के बीच आरजेडी ने मांग की है कि लोकसभा चुनाव में आबादी के अनुसार यानी लोकसभा की 20 सीटों पर महिला उम्मीदबारों को उतारा जाना चाहिए। ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं यदि राजद और जेडीयू के गठबंधन की महिलाओं को 20 सीटें देंगे तो दूसरे सहयोगी क्या करेंगे। इसके अलावा कितनी सीटों पर जेडीयू और कितनी पर आरजेडी की महिलाएं होंगी इसको लेकर भी विवाद बढ़ेगा। बता दें कि इससे पहले जब भी चुनाव हुए हैं सीटों के विभाजन को लेकर राजद और जेडीयू के साथ सहमति बनने में काफी विवाद खड़े हुए हैं।
आरजेडी और राजद पर निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांति सिंह ने कहा है कि राज्य में नीतीश-तेजस्वी सरकार महिला के अधिकारों,उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन बिहार में राज्य महिला आयोग का गठन अभी तक नहीं हो पाया है। इस पर आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल का कहना था कि महिला आयोग का गठन जरूर होना चाहिए। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द महिला आयोग का गठन सरकार करें।
हर पंचायत में महिलाओं को आगे बढ़ाया
कांति सिंह ने दावा करते हुए कहा कि बिहार में जब राबड़ी देवी की सरकार थी तब
तब महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था। नीतीश ने भी 50 प्रतिशत आरक्षण देकर,हर पंचायत में महिलाओं को आगे बढ़ाया। अब केंद्र में भाजपा पूर्ण बहुमत में है फिर क्या कारण है कि लोकसभा और राज्यसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण वाला बिल पास नहीं किया जा रहा है। उन्होंने महिला पहलवानों के मामले में कहा कि करीब एक पखवाड़े से दिल्ली में बेटियां धरने पर बैठीं हैं,लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है जब पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तारी होती है तो भाजपा सांसद को अब तक क्यों कि गिरफ्तार किया गया।
आरजेडी महिला प्रकोष्ठ लड़ाई लड़ेगा
महिला पहलवानों की मदद का भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि आरजेडी उनकी लड़ाई खुद लड़ेगा। हम सब पीड़िताओं के साथ हैं। आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने कहा कि हमारा मकसद ही महिलाओं की मदद करना और उनके अधिकारों के लिए लड़ना। उन्होंने कहा कि चाहे सामाजिक सुरक्षा का मामला हो या फिर चिकित्सीय सहायता हम लोग हमेशा आगे रहते हैं।