दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भाजपा लगातार हमले कर रही है। हाल ही में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल को घर के रिनोवेशन पर करोड़ों फूंकने के आरोपों के साथ कटघरे में खड़ा किया था। उधर से आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि देश के महत्वपूर्ण मुदृदों से भाजपा ध्यान भटकाना चाहती है इसलिए अनर्गल आरोप लगा रही है।
आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच चल रही सियासी तनातनी के बीच एक बड़ी खबर ये आ गई कि भाजपा शासित राज्य गोवा ने अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत दे दी है। राहत ये है कि 27 अप्रैल को केजरीवाल की पेशी थी,लेकिन गोवा पुलिस ने समन वापस लेकर उन्हे बड़ी राहत दे दी है।आप संयोजक केजरीवाल को ऐसे समय में राहत मिली है जब भाजपा चौतरफा हमलावर है। दिल्ली से लेकर गुजरात तक केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ी हैं। गुजरात के न्यायालय ने उन्हे डिग्री वाले विवाद को लेकर समन भेजा है। उसका कोई निपटारा होता इसके पहले दिल्ली में सीएम हाउस पर कथित तौर पर किए 45 करोड़ रुपए के खर्चे का आरोप भाजपा ने जड़ दिया। जबकि शराब घोटाले को लेकर भाजपा पहले से हर रोज आरोपों के तीर छोड़ रही है।
गोवा पुलिस ने इसलिए भेजा था समन
पिछले साल 2022 में गोवा विधानसभा के चुनाव थे और आम आदमी पार्टी पर सरकारी संपत्ति को खराब करने का आरोप इसलिए लगा था कि सरकारी भवन और अन्य सरकारी स्थलों पर पोस्टर लगाए गए थे। आप के इन पोस्टरों पर विवाद बढ़ा और पार्टी प्रमुख होने के नाते गोवा पुलिस ने समन भेज दिया। 27 अप्रैल को केजरीवाल की पेशी थी। इसके पहले ही गोवा पुलिस कोर्ट में अर्जी देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को जारी समन को वापस ले रही है। आपको बता दें कि सार्वजनिक संपत्त्यिों पर चिपकाए गए पोस्टरों पर कड़ी व्यक्त करते हुए गोवा पुलिस ने 13 अप्रैल को सीआरपीसी की धारा 41 (ए) के तहत नोटिस जारी किया था।
यहां सुना गया मामला
इस पूरे मामले पर बुधवार को बंबई उच्च न्यायालय की गोवा पीठ में हुई। पीठ के न्यायमूर्ति महेश सोनाक और न्यायमूर्ति वाल्मीकि मेनेजेस के समक्ष गोवा पुलिस ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जारी समन वापस लेने जा रही है केजरीवाल के अधिवक्ता सुबोध कंटक ने बताया कि अब याचिका को निस्तारित कर दिया गया है।