प्रयागराज में बीते 15 अप्रैल को रात्रि 10:35 बजे तीन शूटरों ने माफिया अतीक अहमद एवं अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की ठीक से जांच हो इसके लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। साथ ही प्रयागराज कमिश्नर और राज्य के पुलिस महानिदेशक ने भी एक एक एसआईटी गठित की है। इस मामले से पर्दाफास करने के लिए कई एजेंसिया रात दिन काम कर रहीं हैं। तीनों आरोपी शूटर लवलेश तिवारी,अरुण मौर्य और सनी से लगातार पूछतांछ कर रही है। कड़ी पूछतांछ के बाद आरोपियों ने धीरे धीरे राज खोलना शुरु कर दिया है।
. जितेन्द्र राठी से मिले थे हथियार
. लखनऊ से बस पकड़कर प्रयागराज पहुंचे तीनो शूटर
. पुलिस मोबाईल से ढूंढ रही है संपर्क
. चित्रकूट में हुई थी तीनों की मुलाकात
. आज हो रही है रिमांड की अवधि समाप्त
पुलिस सूत्रों के हवाले से जो जानकारियां आ रहीं है वो चौंकाने वालीं हैं। तीनों आरोपियों ने पुलिस को न केवल अपना रुट बताया बल्कि हत्या में उपयोग की गई पिस्टल को लेकर भी कई राज बताए हैं। हालांकि ये भी सही है कि आरोपी कितना सच बोल रहे हैं इसको लेकर भी जांच अधिकारी पड़ताल कर रहे हैं। क्योंकि इसके पहले बताया जा रहा था कि तीनों आरोपी रेल मार्ग से प्रयागराज पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही जांच ने गति पकड़ी और आरोपियों से कड़ी पूछतांछ की गई तो पता चला कि तीनो शूटर बस के जरिए लखनऊ से प्रयागराज पहुंचे थे।
इस तरह पहुंचे थे शूटर
पुलिस सूत्रों के हावाले से छन छनकर आ रही जानकारी के मुताबिक एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ है कि तीनों आरोपियों ने लखनऊ से बस पकड़ी और प्रयागराज के सिविल लाइन स्थित बस स्टैंड पर आ गए। इसके बाद उन्होंने ई रिक्शा पकड़ा और रेलवे जंक्शन सिटी की तरफ आ गए। यहां कुछ देर ठहरे और पूरे इत्मनान से बातचीत की। इसके बाद तीनों शूटरों एक होटल पहुंचे और किराए का कमरा लिया। हालांकि पुलिस को इस आशय के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं। पुलिस आरोपियों की मोबाइल की भी पड़ताल कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनके कहां कहां संपर्क हुए हैं।
दिल्ली से मिले हथियार
आरोपी अरुण,लवलेश और सनी से कड़ी पूछतांछ में हो रहे खुलासे पर पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीनों आरोपियों की मुलाकात चित्रकूट में हुई थी। यहां मुलाकात के बाद तीनों आरोपी दिल्ली आ गए। संभावना जताई जा रही है कि यहीं से तीनों ने हथियार लिए और लखनऊ आ गए। फिर लखनऊ से प्रयागराज के लिए बस पकड़ी। बता दें कि पुलिस को आरोपियों से पूछतांछ के लिए 5 दिन की रिमांड मिली है जिसकी अवधि आज समाप्त हो रही है।
कौन है मास्टरमाइंड
तमाम जांच और पूछतांछ के बीच इस घटना का मास्टरमाइंड कौन है ये सवाल अभी अनुत्तरित है। आरोपियों से पूछतांछ हथियार देने वाले वाले दिल्ली निवासी शूटर जितेंद्र राठी का नाम उजागर हुआ है। लेकिन एक साल पहले मर चुके जितेंद्र के पीछे कौन था यह भी अभी राज ही है।