प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद अतीक के शूटरों में खलबली मच गई है। इस बीच पुलिस ने अतीक के सबसे खास रहे गुड्डे मुस्लिम को गिरफ्तार कर लिया है। उसे महाराष्ट्र के नासिक से गिरफ्तार किया है, हालांकि पुलिस ने अब तक इसका खुलासा नहीं किया है। दरअसल अतीक के अंतिम शब्द भी गुड्डू मुस्लिम ही था। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि अतीक के आखिरी शब्द क्या थे। जिसमें एक शख्स का नाम गुड्डू मुस्लिम आता है। कौन है ये गुड्डू मुस्लिम तो आइए जानते हैं।
- 40 दिन से था फरार गुड्डू मुस्लिम
- बम बाज गुड्डू मुस्लिम ने फेंके थे बम
- तीन दिन पहले इनपुट मिल गया था पुलिस को
- पुलिस गुड्डू मुस्लिम को जिंदा पकड़ना चाहती थी
- गुड्डू मुस्लिम से पूछताछ में हो सकता है बड़ा खुलासा
- विदेशी संबंधों का हो सकता है खुलासा
- अतीक अहमद का खास था गुड्डू मुस्लिम
- पाकिस्तान भागने की नाकाम कोशिश की थी गुड्डू मुस्लिम
- नेपाल के रास्ते भागने की कोशिश में था
- लगातार पुलिस कर रही थी पीछा
- अब गुड्डू मुस्लिम को एनकाउंटर का डर
- अतीक के कई शूटर हैंं पकड़ से बाहर
उमेश पाल हत्याकांड में था शामिल
उमेश पाल हत्या से जुड़े एक पात्र के रूप में सामने आया है। हत्याकांड में शामिल चार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। इसमें अतीक अहमद का बेटा असद अहमद भी मारा गया। वह भी इसमें शामिल था। इसके अलावा मुख्य साजिशकर्ता अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ पुलिस रिमांड में थे। अतीक का एक और बेटा भी नैनी जेल में बंद है। दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं। इन सबके अलावा एक और नाम है, जो सबसे ज्यादा चर्चा में है। और आज के नरसंहार में अतीक आखिरी नाम गुड्डू मुस्लिम है।
शुरू से ही बदमाश रहा है ये बम बाज
यह वही गुड्डू मुस्लिम है जिसने उमेश पाल की हत्या के दौरान एक के बाद एक कई बम धमाके किए थे। गुड्डू मुस्लिम को बम बाज गुड्डू भी कहा जाता है। असद से मुठभेड़ के बाद गुड्डू को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। अफवाह है कि उसका भी एनकाउंटर हुआ था, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया था। गुड्डू मुस्लिम को जानने वाले लोगों का कहना है कि वह शुरू से ही बदमाश था। उनका जन्म इलाहाबाद में हुआ था। वह अपने स्कूल के दिनों से ही डकैती और जबरन वसूली जैसे मामलों में शामिल होने लगा था।
स्कूल के दिनों में की थी डकैती
गुड्डू मुस्लिम को जानने वाले कहते हैं कि वह शुरू से ही बदमाश किस्म का था। उनका जन्म इलाहाबाद में हुआ था। स्कूल के दिनों से ही डकैती के साथ जबरन वसूली के मामलों में शामिल होने लगा था। इस दौरान वह कई बड़े बदमाशों के संपर्क में आया। कहा जाता है कि तभी से उसने बम बनाना शुरू किया। रोज-रोज की प्रताड़ना और मार-पीट की शिकायतों से परेशान होकर परिजनों ने उसे लखनऊ पढ़ने भेज दिया। लेकिन यहीं से गुड्डू मुस्लिम ने बड़े अपराध करना शुरू कर दिया। कहा जाता है कि यहां उनकी मुलाकात पूर्वांचल के दो कद्दावर नेताओं अभय सिंह और धनंजय सिंह से हुई थी। उन दिनों वे लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक गुड्डू मुस्लिम का नाम सबसे पहले सामने आया था। 1997 में उसने लखनऊ के मशहूर लैमार्टाइन स्कूल के खेल शिक्षक फ्रेडरिक जे गोम्स की हत्या कर दी थी।जिसमें उसे गिरफ्तार भी किया गया था। गुड्डू ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया था, लेकिन फिर भी पुलिस तीनों को कोर्ट में दोषी साबित नहीं कर पाई। तीनों को बरी कर दिया गया।