राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट से उड़ान भरी। प्रतिभा पाटिल सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली दुनिया की पहली महिला राष्ट्रपति थीं। वहीं केन्द्रीय निर्मला सीतारमण ने भी साल 2018 सुखोई 30एमकेआई में उड़ान भर कर नया अध्याय लिखा था।। बता दें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के असम दौरे का शनिवार को तीसरा और आखिरी दिन रहा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने दौरे के आखिरी दिन शनिवार को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट से उड़ान भरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इससे पहले शुक्रवार को गुवाहाटी में गजराज महोत्सव-2023 का उद्घाटन किया था।
- राष्ट्रपति मुर्मू ने तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से भरी उड़ान
- सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट से भरी उड़ान
- पूर्व में कई राष्ट्रपति भर चुके हैं सुखोई में उड़ान
- रक्षा मंत्र रहते निर्मला सीतारमण भी भर चुकी हैं सुखोई में उड़ान
पूर्व राष्ट्रपति कलाम ने भी भरी थी सुखोई-30 में उड़ान
गौरतलब है कि द्रौपदी मुर्मू से पहले देश की 12वीं राष्ट्रपति रहते हुए प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने भी साल 2009 में सुखोई में उड़ान भरी थी। प्रतिभा पाटिल फाइटर जेट सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली दुनिया की पहली महिला राष्ट्रपति थीं। इस सूची में पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का नाम भी शामिल हैं। ऐसा करने वाली प्रतिभा पाटिल देश की दूसरी राष्ट्रपति थीं। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल लगभग आधे घंटे के लिए पुणे में वायु सेना बेस लोहेगांव से उड़ान भरने के बाद सेना की वर्दी में एक टी-90 मुख्य युद्धक टैंक में सवार हुईं थीं।
रक्षामंत्री रहते हुए निर्मला सीतारमण ने भरी थी उड़ान
केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 17 जनवरी 2018 को सुखोई 30MKI में उड़ान भरी थी जब वह रक्षा मंत्री थीं। वह देश के सबसे उन्नत फाइटर जेट सुखोई को उड़ाने वाली पहली महिला बनीं। निर्मला सीतारमण ने जोधपुर एयरबेस से सुखोई 30 एमकेआई में 2100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 8 हजार मीटर से अधिक की उड़ान भरी। यह करीब 45 मिनट तक आसमान में रहा।
दुश्मन देशों को दिया कड़ा संदेश
उल्लेखनीय है कि इस समय चीनी सीमा पर सेना को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चीन लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। ऐसे समय में राष्ट्रपति का सुखोई लड़ाकू विमान में उड़ान भरना भारत की ओर से दुश्मन देशों को कड़ा संदेश है। बता दें कि तेजपुर एयरफोर्स बेस देश की सुरक्षा की दृष्टि से काफी अहम एयरबेस है।