नई दिल्ली। दिल्ली केजरीवाल सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन ने सियासी घमासान के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है कि सीएम केजरीवाल ने दोनों के इस्तीफे मंजूर भी कर लिये हैं। बता दें दोनों अलग-अलग मामलों में आरोपी होने के साथ जेल में हैं। बता दें मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में मई में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद सीएम केजरीवाल ने जैन के सभी विभाग डिप्टी सीएम सिसोदिया को स्थानांतरित कर दिए थे। जेल में रहने के बावजूद जैन अपने काम पर डटे रहे।
प्रमुख पोर्टफोलियो में वैक्यूम
आम आदमी पार्टी सूत्रों की माने तो सिसोदिया की गिरफ्तारी से दिल्ली सरकार के पास वित्त, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे प्रमुख मंत्रालयों में खालीपन आ गया है। सीएम केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सबसे बड़े नेता हैं। मनीष सिसोदिया के पास दिल्ली सरकार के करीब 33 में से 18 विभाग थे। डिप्टी सीएम सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनके विभाग का काम कौन संभालेगा।
केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही जेल में हैं। जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और जल संसाधन के विभाग थे। जिन्हें सिसोदिया को सौंप दिया गया था। इसके अलावा डिप्टी सीएम सिसोदिया के पास शिक्षा, लोक निर्माण, वित्त, आबकारी जैसे सबसे महत्वपूर्ण विभाग थे।
अपराध की स्वीकृति नहीं
वहीं आम आदमी पार्टी ने जोर देकर कहा कि दोनों के इस्तीफे किसी भी तरह से अपराध की स्वीकृति नहीं है। पार्टी ने कहा कि यह एक प्रशासनिक कदम है। कोई नया मंत्री कैबिनेट में शामिल नहीं होगा। चर्चा है मनीष सिसोदिया के विभाग अब कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद को सौंपे जा सकते हैं।