नई दिल्ली: भारत सरकार ने गुरुवार यानी 9 फरवरी को घोषणा की कि देश में पहली बार लिथियम का बड़ा भंडार पाया गया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (Geological Survey of India ) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में यह भंडार मिला है। कुल भंडार लगभग 59 लाख टन का है। पहले, लिथियम के बारे में जानते हैं-
- लिथियम एक हल्की धातु है जिसका उपयोग कई कार्यों में होता है
- लिथियम बाइपोलर डिसऑर्डर का उपचार करने, बीमारी या स्ट्रेस में होने वाले वाइल्ड मूड स्विंग को स्थिर करने में मदद करता है
- लिथियम का नाम एक ग्रीक शब्द ‘लिथोस’ से आया है, जिसका मतलब ‘पत्थर’ होता है
- यह भंडार भारत के लिए एक बड़ी बात है, क्योंकि यह आने वाले वर्षों में इलेक्ट्रिक वेहिकल के क्षेत्र में भारत की पैठ बढ़ाने में मदद करेगा
- चाहे वह मोबाइल फोन हो या सोलर पैनल, हर जगह महत्वपूर्ण खनिजों की आवश्यकता होती है, आत्मनिर्भर बनने के लिए देश के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का पता लगाना और उन्हें बाहर निकालना-संशोधित करना बहुत महत्वपूर्ण है
क्या होता है लिथियम?
लिथियम एक अलौह धातु है। यह इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बैटरी में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख घटकों में से एक है। लिथियम और आयरन से बनी बैटरियों में लेड-एसिड बैटरियों या निकेल-मेटल हाइड्राइड बैटरियों की तुलना में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है, इसलिए समान ऊर्जा भंडारण क्षमता को बनाए रखते हुए बैटरी के आकार को दूसरों की तुलना में छोटा बनाना संभव है। दुनिया भर में सरकारों द्वारा ईवी पर जोर देने के साथ, इन वाहनों के निर्माण में लिथियम बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
- यह भविष्य में सबसे अधिक काम आने वाला खजाना साबित होगा
- इसकी खासियत है कि यह नॉन फेरस मेटल है, जो इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की बैटरी में इस्तेमाल होने के लिए जरूरी है
- चीन और ऑस्ट्रेलिया दुनियाभर में लिथियम के बड़े सप्लायर हैं
- भविष्य में लिथियम की मांग तेजी से बढ़ने वाली है, क्योंकि यह EV बैटरियों के बनाने में उपयोग होता है
- अब भारत के पास खुद इसका भंडार हैं, यानी चीन की दादागिरी खत्म होने वाली है
खान मंत्रालय ने संबंधित ब्लॉक राज्य सरकारों को सौंपे
खनन मंत्रालय ने बताया कि लिथियम और सोने सहित 51 खनिज ब्लॉक संबंधित राज्य सरकारों को सौंप दिए गए हैं। इन 51 खनिज ब्लॉकों में से 5 ब्लॉक सोने से संबंधित हैं। अन्य ब्लॉक 11 राज्यों में हैं, जिसमें जम्मू और कश्मीर (यूटी), आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु और तेलंगाना शामिल हैं। .