इन दिनों सुर्खियों में रहने वाले बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री के प्रवचन आयोजकों को महंगे पड़ते हैं। मप्र में पंडित प्रदीप मिश्रा और पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ये दो संत ऐसे हैं जिनकी कथा पर लाख दो लाख नहीं करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। इस दिनों मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले लोगों पर धार्मिक रंग चढ़ रहा है। चर्चा हैकि चुनाव से पहले जनप्रतिनिधि अपनी धार्मिक इमेज बनाने के लिए लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में महज 6 महीने में ही 500 से अधिक कथाएं हो चुकी है और इन कथाओं में जमकर दान दिया गया।
कथावाचक सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री सबसे महंगे कथाकार हैं। इनकी एक कथा का खर्च एक से दो करोड़ रुपये तक है। दरअसल कोरोना के बाद लोगों का रुझान धर्म की तरफ तेजी से बढ़ा है। 2021 की तुलना में पिछले साल 2022 में 18 फीसदी अधिक कथाओं का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं की संख्या में भी 25 फीसदी अधिक इजाफा हुआ और धार्मिक कथाओं पर जमकर पैसे दान में दिए गए।
अकेले भोपाल संभाग में 500 कथाएं
अकेले भोपाल संभाग की बात करें तो पिछले 6 माह में 500 कथाओं के आयोजन हो चुके हैं। भोपाल में 20 कथा, अशोक नगर में 100, राजगढ़ में 150, गुना में 70, सीहोर में 80, रायसेन में 50 और विदिशा में 20 कथाओं का आयोजन किया गया। जिन पर जहां अशोक नगर में 30 करोड़ 80 लाख रुपए खर्च किये गये तो वहीं राजगढ़ में 3.75 करोड़, गुना में 2.80 करोड़, सीहोर में 2 करोड़ खर्च किये गये। अशोकनगर में 19 से 25 सितंबर 2022 तक पं.प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन हुआ था। इस कथा के आयोजक सांसद केपी यादव थे। उन्होंने इस कथा पर 1.5 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च की। वहीं 24 से 30 नवंबर तक बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन हुआ। इसके आयोजक विधायक जजपाल सिंह जज्जी थे। धीरेन्द्र शास्त्री की कथा पर करीब 2 करोड़ रुपए खर्च किए। वहीं राजधानी भोपाल में बीते दिनों आयोजित जया किशोरी जी की कथा पर 1 करोड़ की राशि खर्च की गई।
अप्रैल में विदिशा में कथा के दो आयोजन
विदिशा में सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा होने जा रही है। 7 से 13 अप्रैल तक विदिशा में बायपास अहमदपुर मोड़ पर संगम बिहार कालोनी के पास कथा का आयोजन होना है। इसी तरह पंडित प्रदीप मिश्रा की भी विदिशा में कथा तय हुई। यहां बीजेपी नेता मुकेश टंडन और सांसद प्रतिनिधि राकेश शर्मा ने पंडित प्रदीप मिश्रा से मिलकर कथा के लिए अनुरोध किया था। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
कथा के बहाने सियासी प्रवचन
कृषि मंत्री कमल पटले, मंत्री जल संसाधन विभाग के तुलसी सिलावट पीएचई राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव, काग्रेंस विधायक तमाम दिग्गज विधायक मंत्रियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में धार्मिक आयोजन और कथा करवा चुके हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल अपने क्षेत्र में 7 से 13 दिसंबर के बीच श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करवाया था। उन्होंने जय किशोरी को भी बुलाया था। पहली बार हरदा जिले में इतने बड़े कथा का आयोजन हुआ था। आखिरी दिन सामूहिक विवाह सम्मेलन का भी कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे। इसी तरह गोपाल भार्गव ने अपने क्षेत्र रहली में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया था। इसमें मध्य प्रदेश समेत देश भर से 34 धर्म गुरुओं को बुलाया गया था। 5 हजार महिलाओं के साथ कलश यात्रा निकाली गई थी। उपहार भी दिए गए थे। यह कथा 5 से 12 दिसंबर तक चली थी। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई विधानसभा क्षेत्र में पहली बार बड़े स्तर पर भागवत कथा में कमल किशोर नागर को बुलाया। पूरे विधानसभा क्षेत्र में यह कथा चर्चा का विषय बन गया था। कथा 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चली। अशोकनगर में विधायक जजपाल जज्जी ने भी कथा करवाई थी।
देखे वीडियों-