ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब अक्सर बीजेपी के नेता उनके लिए गद्दार शब्द का उपयोग कर उन पर राजनीतिक हमले किया करते थे। अब जब से सिंधिया बीजेपी में शामिल हुए है तब से कांग्रेस उन्हें गद्दार कह कर निशाना साधती रही है। इस बीच केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर डीपी बदलकर संदेश दिया है कि वे गद्दार नहीं है। उनका परिवार देशभक्तों से भरा है। दरअसल सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कई बार सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल और डीपी बदली।
हालांकि नवंबर 2019 में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल बदल ली थी। तक भी वे चर्चा में थे। अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर पर जो डीपी लगी है। उसमें सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया के दादा और स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के पिता स्वर्गीय जीवाजी राव सिंधिया नजर आ रहे हैं।
- चर्चा में सिंधिया का सोशल एकाउंट
- सिंधिया ने बदली ट्विटर की डीपी
- नवंबर 2014 को ट्वीटर से जुड़े थे सिंधिया
- कई बार बदली सिंधिया ने सोशल मीडिया पर प्रोफाइल
- कांग्रेस में रहते हुए भी सुर्खियों में रहे सिंधिया
- बीजेपी शामिल होने के बाद कम नहीं हुई चर्चा
पूर्व विधायक राजेंद्र भारती ने चित्र को लेकर कहा यह चित्र आजादी के बाद देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के सपने को पूरा करने के बाद का है। दरअसल आजादी के बाद ग्वालियर के नवाब और इंदौर रियासत के राजा अपनी रियासत को पाकिस्तान में विलय करना चाहते थे। इस बात की जानकारी जब सरदार वल्लभ भाई पटेल को लगी तो उन्होंने जीवाजी राव सिंधिया से संपर्क किया। तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने पूरी जिम्मेदारी के साथ जीवाजी राव सिंधिया से वादा लिया कि दोनों रियासत भारत में ही रहेगी। इसे किसी भी कीमत पर पाकिस्तान में विलय नहीं होने दिया जाए।
इस तरह जीवाजी राव सिंधिया ने खत्म कराया विवाद
जीवाजी राव सिंधिया ने वादा करते हुए बड़ौदा के राजघराने के गायकवाड़ परिवार के तत्कालीन मुखिया और देवास के पंवार राजघराने के मुखिया को साथ लेकर दोनों रियासत के प्रमुख लोगों से बातचीत की और पाकिस्तान में विलय का विवाद खत्म करवा दिया। पूर्व विधायक राजेंद्र भारती के मुताबिक आजादी के बाद जब इंदौर और भोपाल रियासत भारत के साथ ही रही तो यह सिंधिया परिवार की नहीं बल्कि देश की बड़ी जीत मानी गई। इस दौरान कई बार सरदार पटेल से जीवाजी राव सिंधिया की मुलाकात हुई और इसी दौरान यह चित्र भी लिया गया था।
सिंधिया परिवार ने कई बार की आर्थिक मदद
आजादी के बाद भी सिंधिया परिवार ने तत्कालीन सरकारों के आदेश पर आर्थिक मदद के कदम भी उठाए। सिंधिया स्टेट का जब विलय हो गया इसके बाद अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए सिंधिया राजघराने ने कई बार अपने खजाने भी खोल दिए थे। यही वजह है कि उस समय सिंधिया परिवार के तत्कालीन सरकारों से नजदीकी संबंध रहे। सिंधिया परिवार की बदौलत ही आजादी के बाद कई संकट टाले गए।
2019 में कांग्रेस से नाराज होकर भी बदली थी प्रोफाइल
बता दें नवंबर 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल बदली थी। उन्होंने अपने आपको धीरे-धीरे कांग्रेस से किनारा करते हुए प्रोफाइल में लिखा था- ‘समाज सेवक और क्रिकेट प्रेमी। दरअसल वे पहले अपने प्रोफाइल में कांग्रेस महासचिव लिखते थे। 2002-2019 तक गुना लोकसभा सी से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री लिखते थे। वे नवंबर 2014 को ट्वीटर से जुड़े थे।
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